भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ग्राहकों को उनके दरवाजे पर बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करने के लिए ‘मोबाइल हैंडहेल्ड डिवाइस’ लॉन्च किया है। इसके तहत ग्राहकों को बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए हल्के उपकरणों के माध्यम से विभिन्न बैंक सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है। एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य वित्तीय समावेशन को मजबूत करना और आम आदमी को आवश्यक बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना है। यह पहल बैंक सेवाओं का लाभ उठाने में पहुंच और सुविधा बढ़ाने का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि यह कदम ‘कियोस्क बैंकिंग’ को सीधे ग्राहकों तक लाता है। यह ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) एजेंटों को अधिक लचीलापन देता है। इससे उपभोक्ताओं, विशेषकर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे लोगों, वरिष्ठ नागरिकों और विकलांगों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। खारा ने कहा कि पांच बैंकिंग सेवाएं – नकद निकासी, नकद जमा, फंड ट्रांसफर, बैलेंस पूछताछ और मिनी स्टेटमेंट – नई पहल के तहत शुरू में प्रदान की जाएंगी।
खारा ने कहा कि सीएसपी पर बैंक के कुल लेनदेन में इन सेवाओं का हिस्सा 75 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि बैंक बाद में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत पंजीकरण, खाता खोलने और कार्ड-आधारित सेवाएं शुरू करने की भी योजना बना रहा है। एसबीआई चेयरमैन ने कहा, ‘हमारा उद्देश्य समाज के सभी वर्गों, खासकर बैंक रहित लोगों के लिए बैंकिंग सुविधाओं को सुलभ बनाना है, ताकि वित्तीय समावेशन की आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके।’
उन्होंने कहा, मोबाइल हैंडहेल्ड डिवाइस के आने से ग्राहकों को अपनी जगह पर ही लेनदेन करने का अनुभव मिलेगा। यह तकनीक लाखों ग्राहकों को सुविधाजनक और डोरस्टेप बैंकिंग सेवाएं प्रदान करेगी।