जस्ट डायल का नियंत्रण रिलायंस रिटेल वेंचर्स ने अपने हाथों में लिया, करीब 41 फीसदी हुई हिस्सेदारी
रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लि (आरआरवीएल) ने जस्ट डायल लि. को अपने नियंत्रण में ले लिया है।
रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लि (आरआरवीएल) ने जस्ट डायल लि. को अपने नियंत्रण में ले लिया है। आरआरवीएल ने सेबी के अधिग्रहण नियमों के अनुरूप किसी कंपनी पर नियंत्रण के लिए जरूरी हिस्सेदारी इस कंपनी में प्राप्त कर ली है। जस्ट डायल में आरआरवीएल 40.98 फीसदी हिस्सेदारी हो गई है. आरआरवीएल द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार 20 जुलाई 2021 को आरआरवीएल ने जस्ट डायल के 10 रुपये अंकित मूल्य के 1.31 करोड़ शेयर 1020 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से अधिग्रहित किए थे। यह सौदा शेयर बाजार की ब्लॉक विंडो सुविधा के तहत वीएसस मणि से किया गया था।
बता दें, अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने जुलाई में जस्ट डायल लिमिटेड के अधिग्रहण की घोषणा की थी। करार के मुताबिक वीएसएस मणि जस्ट डायल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी को तौर पर अपनी कामकाज जारी रखेंगे। आरआरवीएल की ओर से निवेश की गई पूंजी जस्ट डायल के विकास और विस्तार में काम आएगी।
जस्ट डायल अपनी लोकल व्यवसायों की सूची को और पुख्ता करेगी। जस्ट डायल अपने प्लेटफॉर्म पर लाखों उत्पादों और सेवाओं के विस्तार पर काम करेगी इससे लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा। यह निवेश जस्ट डायल के मौजूदा डेटाबेस को भी मदद पहुंचाएगा। 31 मार्च 2021 तक जस्ट डायल के डेटाबेस में 30.4 मिलियन लिस्टिंग थी और तिमाही के दौरान 129.1 मिलियन यूनिक यूजर्स जस्ट डायल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे थे।
बता दें, आरआरवीएल रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की एक सहायक कंपनी है। रिलायंस रिटेल भारत में सबसे बड़ी और सबसे अधिक लाभदायक रिटेलर कंपनी है। इसे डेलॉयट की वैश्विक शक्तियों में दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते खुदरा विक्रेताओं में सूचीबद्ध किया गया है। खुदरा बिक्री 2021 सूचकांक में यह 53 वें स्थान पर है और एकमात्र भारतीय कंपनी है। वहीं, जस्ट डायल भारत का प्रमुख लोकल सर्च इंजन प्लेटफॉर्म है। यह वेबसाइट, ऐप, टेलीफोन और टेक्स्ट जैसे कई प्लेटफार्मों के माध्यम से पूरे भारत में सेवाएं उपलब्ध कराती है।