RBI ने शुरू की यूपीआई 123 पे सेवा, बिना इंटरनेट इन चार तरीकों से करें डिजिटल पेमेंट

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से यूपीआई 123 पे सेवा की शुरुआत करने से देश के करीब 40 करोड़ फीचर फोन उपयोगकर्ता डिजिटल भुगतान प्रणाली से जुड़ जाएंगे। यह फीचर फोन उपयोगकर्ता बिना इंटरनेट भी डिजिटल भुगतान कर सकेंगे।

Update: 2022-03-09 04:41 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से यूपीआई 123 पे सेवा की शुरुआत करने से देश के करीब 40 करोड़ फीचर फोन उपयोगकर्ता डिजिटल भुगतान प्रणाली से जुड़ जाएंगे। यह फीचर फोन उपयोगकर्ता बिना इंटरनेट भी डिजिटल भुगतान कर सकेंगे। आरबीआई के इस कदम को डिजिटल भुगतान की दुनिया में क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।

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डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर का कहना है कि इस समय फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए यूपीआई सेवाएं यूएसएसडी के आधार पर उपलब्ध हैं, लेकिन यह काफी बोझिल है और सभी मोबाइल परिचालक ऐसी सेवाओं की अनुमति नहीं देते हैं।
आरबीआई का कहना है कि फीचर फोन उपयोगकर्ता अब चार तकनीकी विकल्पों के आधार पर कई तरह के लेनदेन कर सकते हैं। इनमें आईवीआर (इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स) नंबर पर कॉल करना, फीचर फोन में ऐप की कार्यक्षमता, मिस्ड कॉल आधारित विधि और ध्वनि आधारित भुगतान शामिल हैं। इस सेवा के जरिए उपयोगकर्ता दोस्तों और परिवार को धन भेज सकते हैं, विभिन्न बिलों का भुगतान कर सकते हैं। वाहनों के फास्टैग को रिचार्ज करने तथा मोबाइल बिलों का भुगतान करने की सुविधा भी इसमें मिलेगी।
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फीचर फोन से भुगतान के तरीके
आईवीआर: आईवीआर यानी इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स के तहत उपयोगकर्ता को एक खास नंबर पर कॉल करके भुगतान करने की सुविधा मिलेगी। यह नंबर एनपीसीआई की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा।
ऐप: इसके तहत फीचर फोन में यूपीआई भुगतान के लिए एक ऐप इंस्टॉल किया जाएगा। इस ऐप से स्कैन एंड पेमेंट फीचर को छोड़कर सभी प्रकार के लेन-देन किए जा सकेंगे।
ध्वनि: फीचर फोन उपयोगकर्ता निकटता ध्वनि-आधारित भुगतान कर सकेंगे। इसमें किसी भी उपकरण पर संपर्क रहित, ऑफलाइन और निकटता डेटा संचार को सक्षम करने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग होता है।
मिस्ड कॉल: इसमें फीचर फोन उपयोगकर्ता को भुगतान प्राप्त करने वाले के नंबर पर मिस्ड कॉल देनी होगी। इसके बाद भुगतान के लिए वापस कॉल आएगी। इस कॉल पर भुगतान करने वाले को यूपीआई पिन सत्यापित करना होगी।
यूपीआई पिन बनाना होगा
फीचर फोन उपयोगकर्ता को बिना इंटरनेट भुगतान के लिए अपने बैंक अकाउंट के साथ यूपीआई पिन बनाना होगा। यह पिन बैंक शाखा में जाकर बनाया जा सकता है। इसके बाद भुगतान के समय आवश्यकता पड़ने पर उपयोगकर्ता को यह यूपीआई पिन सत्यापित करना होगा।
हेल्पलाइन से ले सकते हैं मदद
आरबीआई ने फीचर फोन से डिजिटल भुगतान के लिए हेल्पलाइन भी शुरू की है। इस हेल्पलाइन को डिजिसाथी नाम दिया गया है। फीचर फोन उपयोगकर्ता किसी भी तरह की समस्या होने पर डिजिसाथी डॉट कॉम या फोन नंबर 14431 और 1800 891 3333 के जरिए मदद ले सकते हैं। इस हेल्पलाइन को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने तैयार किया है।
भुगतान राशि की सीमा का खुलासा नहीं
यूपीआई आधारित मौजूदा यूएसएसडी प्रणाली के जरिए फीचर फोन उपयोगकर्ता अधिकतम 2000 हजार रुपये की राशि भेज सकता है। हालांकि, आरबीआई ने नए विकल्पों के तहत बिना इंटरनेट डिजिटल भुगतान राशि की सीमा का खुलासा नहीं किया है।
क्या होता है फीचर फोन
फीचर फोन को सामान्य मोबाइल फोन भी कहा जाता है। इस फोन में सिर्फ कॉल करने, कॉल रिसीव करने, मैसेज भेजने और प्राप्त करने की सुविधा होती है। एक अनुमान के अनुसार आज भी देश की बड़ी आबादी फीचर फोन का इस्तेमाल करती है।
बिना इंटरनेट भुगतान की मौजूदा व्यवस्था
- सबसे पहले फोन के कीपैड से *99# टाइप करके कॉल करना होता है।
- इसके बाद फोन पर कई विकल्प दिखते हैं। इसमें सबसे पहले पैसे भेजने का विकल्प होता है। इसके लिए 1 डायल करना होता है।
- इसके बाद पैसे कहां और कैसे भेजने की जानकारी मांगी जाती है। इसमें मोबाइल नंबर, यूपीआई आईडी और आईएफएससी या पहले से सुरक्षित लाभार्थी का विकल्प चुनना होता है।
- पैसे भेजने के विकल्प का चुनाव करने के बाद सेंड बटन पर क्लिक करना होता है।
- इसके बाद भेजी जाने वाली राशि सबमिट करके सेंड बटन दबाना होता है। साथ ही टिप्पणी एंटर करनी होती है।
- इसके बाद यूपीआई पिन पूछा जाता है। यूपीआई पिन सत्यापित होते ही भुगतान हो जाता है।


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