स्पेक्ट्रम नीलामी पर बोले रविशंकर- सोमवार को 77,146 करोड़ रुपये की लगी बोली

वर्ष 2015 के बाद दूरसंचार विभाग ने एक बार फिर लगभग 3.92 लाख करोड़ रुपये

Update: 2021-03-01 14:34 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क:  वर्ष 2015 के बाद दूरसंचार विभाग ने एक बार फिर लगभग 3.92 लाख करोड़ रुपये की टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की नीलामी की प्रक्रिया आज यानि सोमवार से शुरू कर दी है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के अनुसार सोमवार शाम छह बजे तक 800, 900, 1800, 2100 और 2300 मेगाहर्ट्ज के लिए 77,146 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई है। वहीं कल यानि मंगलवार को फिर से इसके लिए बोली लगाई जाएगी। सरकार को इस बार के नीलामी प्रक्रिया से और भी अधिक उम्मीद है।

गौरतलब है कि इस निलामी के लिए रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने कुल 13,475 करोड़ रुपये का अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (EMD) किया है। वहीं इन सभी कंपनियों में रिलायंस जियो ने सबसे अधिक 1000 करोड़ रुपये का अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट जमा किया है, जबकि भारती एयरटेल ने 3,000 करोड़ रुपये की ईएमडी और वोडाफोन आइडिया ने 475 करोड़ रुपये की ईएमडी दी है।बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 17 दिसंबर 2020 को सात आवृति के बैंड में 3.92 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2,251.25 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी को मंजूरी दे दी थी। इस दौर में 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज और 2500 मेगाहर्ट्ज में ट्राई द्वारा सुझाए गए आधार मूल्य पर नीलामी को मंजूरी दी गई। सरकार ने हालांकि, 3300-3600 मेगाहर्ट्ज बैंड को इस बार की नीलामी से बाहर रखा है। उद्योग जगत इस फ्रीक्वेंसी यानी आवृति को 5जी सेवाओं के लिए उपयुक्त बताता रहा है। यह बैंड भी ट्राई के सुझावों में शामिल थे।
5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी बाद में
इसमें 5जी सेवाओं के लिए जरूरी 3,300-3,600 Mhz बैंड की नीलामी नहीं हो रही है। हालांकि कंपनियों ने इसकी उम्मीद लगाकर रखी थी कि इस नीलामी की भी मंजूरी मिल जाएगी।
ईएमआई में भुगतान की सुविधा
बोली में सफल कंपनी चाहे तो एकमुश्त पैसा दे सकती है या 25 से 50 फीसदी के निर्धारित टुकड़ों में। बाकी रकम वह दो साल के मोरेटोरियम में 16 ईएमआई में दे सकती है।


Tags:    

Similar News