रेलवे ने आईआरसीटीसी को लेकर दी बड़ी जानकारी, टिकट बुक तो पहले पढ़ लें
अगर आप भी आईआरसीटीसी से टिकट बुक करते हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। IRCTC e-ticketing News: अगर आप भी आईआरसीटीसी से टिकट बुक करते हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है. इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IRCTC) ने कहा है कि उसकी वेबसाइट पूरी तरह सिक्योर्ड और प्रोटेक्टेड है. IRCTC ने तमाम खबरों को खारिज करते हुये साफ तौर पर कहा है कि कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे यूजर का टिकट बिना उसकी यूजर लॉगइन आईडी और पासवर्ड के कैंसल नहीं कर सकता है. यानी आईआरसीटीसी पूरी तरह से सेफ है.
हाल में एक बारहवीं के स्टूडेंट की ओर से ई-टिकटिंग प्लेटफॉर्म में 'बग' की जानकारी देने का मामला सामने आया था. हालांकि आपको बता दें कि IRCTC की टेक्नोलॉजी टीम ने स्टूडेंट की सूचना पर एक्शन लेते हुये कार्रवाई की और तत्काल इस समस्या को ठीक कर लिया. आपको बता दें कि आईआरसीटीसी की ओर से 2 सितंबर को दिक्कत ठीक कर ली गई थी.
पूरी तरह प्रोटेक्टेड है वेबसाइट
IRCTC ने बताया है कि उसकी वेबसाइट पूरी तरह प्रोटेक्टेड और सिक्योर है. यानी इसमें किसी की प्राइवेसी खत्म नहीं होती है. आईआरसीटीसी ने यह भी बताया है कि वेबसाइट का रेग्युलर थर्ड पार्टी ऑडिट होता है. रेलवे का यह ई-टिकटिंग प्लेटफॉर्म पूरी तरह सेफ सिस्टम है जिसमें अपनी तरह की यूनिक साइबर सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी है. ये नेटवर्क, सिस्टम और अप्लीकेशन लेयर को फुली प्रोटेक्ट करती है.
सिक्योरिटी ऑडिटर्स की तरफ से रेग्युलर इस सिस्टम का ऑडिट होता है. आईआरसीटीसी की वेबसाइट यूजर्स के बैंक ट्रांजैक्शन की सिक्योरिटी भी सुनिश्चित करती है. और जब भी किसी यूजर या व्यक्ति की ओर से 'बग' या अन्य किसी दिक्कत की जानकारी मिलती है, उस पर तुरंत कार्रवाई की जाती है.
स्टूडेंट ने दी थी जानकारी
पीटीआई की खबर के मुताबिक, तांबरम, चेन्नई के प्राइवेट स्कूल विद्यालय में पढ़ने वाले 12वीं के एक छात्र पी रंगानाथन ने 30 अगस्त को आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर 'बग' की शिकायत की थी. इसकी जानकारी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) को दी.
आईआरसीटीसी की टेक्नोलॉजी टीम ने इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए समस्या को 2 सितंबर को ठीक कर लिया. 'इस रिपोर्ट में यह बात थी कि 'बग' के जरिए कोई किसी दूसरे की जानकारी ले सकता है. इस पर IRCTC का साफ कहना है कि ऐसा कतई संभव नहीं है और आईआरसीटीसी का प्लेटफॉर्म पूरी तरह सुरक्षित है.