पंजाब एंड सिंध बैंक ने सस्ता किया होम-ऑटो पर्सनल लोन अब महीने में EMI पर होगी बचत
बता दें कि अप्रैल 2016 के बाद बैंकों द्वारा MCLR में किसी भी बढ़ोतरी या कटौती का असर नये व मौजूदा लेनदारों पर भी पड़ता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अगर आप होम लोन, ऑटो लोन या एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं तो पंजाब एंड सिंध बैंक (Punjab & Sind Bank) शानदार ऑफर दे रहा है. सार्वजनिक क्षेत्र के इस बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में कटौती की है. पंजाब एंड सिंध बैंक ने एमसीएलआर में 5 से 10 बेसिस प्वाइंट्स (bps) की कटौती की है. बताया कि नई दरें आज यानी 16 जनवरी 2022 से लागू हो गई हैं. अधिकांश कंज्यूमर लोन जैसे पसर्नल लोन, ऑटो लोन (Auto Loan) और होम लोन (Home Loan) एक साल के एमसीएलआर के आधार पर होती है. आज से एक साल का एमसीएलआर 7.45 फीसदी है जबकि ओवरनाइट, एक महीने, तीन महीने और 6 महीने की एमसीएलआर दरों में कटौती देखी गई है.
क्या होता है MCLR?- जब आप किसी बैंक से कर्ज लेते हैं तो बैंक द्वारा लिए जाने वाले ब्याज की न्यूनतम दर को आधार दर कहा जाता है. आधार दर से कम दर पर बैंक किसी को लोन नहीं दे सकता. इसी आधार दर की जगह पर अब बैंक एमसीएलआर का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसकी गणना धनराशि की सीमांत लागत, आवधिक प्रीमियम, संचालन खर्च और नकदी भंडार अनुपात को बनाए रखने की लागत के आधार पर की जाती है.
2016 से लागू है एमसीएलआर
बता दें कि अप्रैल 2016 के बाद बैंकों द्वारा MCLR में किसी भी बढ़ोतरी या कटौती का असर नये व मौजूदा लेनदारों पर भी पड़ता है. इसके पहले भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा तय किए गए मिनिमम रेट को ही बेस रेट माना जाता था. बैंक अपने ग्राहकों को इससे कम दर पर लोन नहीं दे सकते थे. इसके बाद 1 अप्रैल 2016 से बैंकिंग सिस्टम में MCLR को लागू किया गया था. यही लोन के लिए मिनिमम रेट माना जाता है.
BOB ने एक साल के MCLR में नहीं किया बदलाव
हाल ही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) ने घोषणा की कि वह बेंचमार्क एक साल की एमसीएलआर को 7.3 फीसदी पर अपरिवर्तित रख रहा है. बैंक ने 12 जनवरी, 2022 से एमसीएलआर की समीक्षा को मंजूरी दी है. बैंक ने छह महीने और तीन महीने के एमसीएलआर को भी क्रमशः 7.15 फीसदी और 7.05 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा गया है.
बता दें कि इस महीन की शुरुआत में डीसीबी बैंक (DCB Bank) ने अलग-अलग अवधियों पर अपनी एमसीएलआर में संशोधन किया है. एक साल की अवधि पर एमसीएलआर 8.91 फीसदी है. जबकि तीन महीने और छह महीने की अवधि पर एमसीएलआर क्रमश: 8.66 फीसदी और 8.86 फीसदी होगी. ओवरनाइट और एक महीने के लिए एमसीएलआर 7.96 फीसदी होगा. नई दरें 6 जनवरी 2022 से लागू हो गई हैं.