कलम खरीदने में सावधानियां, ऐसे तैयार करें खेत और बगीचा
विशेष जलवायु वाले क्षेत्रों में संतरे की खेती किसानों के बीच बहुत लोकप्रिय है. आप भी अगर इसकी खेती करना शुरू करना चाहते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत में केला, आम, अमरूद के बाद सबसे ज्यादा संतरे की खेती होती है. नींबूवर्गीय संतरे की उपयोग लोग जूस के रूप में करते हैं. संतरे की खेती नींबूवर्गीय फलों में से 50 प्रतिशत की जाती है. भारत में संतरा और माल्टा की खेती व्यवसाय के लिए उगाई जाती है. विशेष जलवायु वाले क्षेत्रों में इसकी खेती किसानों के बीच बहुत लोकप्रिय है. आप भी अगर इसकी खेती करना शुरू करना चाहते हैं तो हम आपके लिए कलम खरीदने से लेकर बगीचे की स्थापना तक की पूरी जानकारी लेकर आए हैं.
कलम खरीदने में सावधानियां
संतरे के रोगमुक्त पौधे संरक्षित पौधशाला से ही लिए जाने चाहिए. यह पौधे फाइटोप्थारा फंफूद व विषाणु रोग से मुक्त होते है. रंगपुर लाइम या जम्बेरी मूलवन्त तैयार कलमे किए हुए पौधे लेने चाहिए. कलमे रोगमुक्त तथा सीधे होना चाहिए जिनकी ऊंचाई लगभग 60 सेमी हो और जमीन की सतह से बडिंग 25 सेमी ऊंचाई पर हो. इन कलमो में भरपूर तन्तु मूल जड़ें होना चाहिए, जमीन से निकालने में जड़ें टूटनी नहीं चाहिए और जड़ों पर कोई जख्म नहीं होना चाहिए.
खेत की तैयारी
पौधे लगाने के लिए गहरी काली मिट्टी या रेत मिश्रीत वालुकामय खेत संतरे के लिए अच्छा होता है. पौधे लगाने के लिए के लिए ग्रीष्म काल में एक माह पहले भरी जमीन पर 6×6 मी. हल्की जमीन पर 5.5×5.5 मी. पर मार्क करके 75×75×75 से. मी. के गड्ढें खोद कर उसे एक माह तक वैसे ही छोड़ दें जिससे धूप मे हानिकारक कीट मर जाएं. उसके बाद गढ़्ढे भरने के लिए मिट्टी के साथ प्रति गड्ढा 20 किलो सड़ी हुई गोबर की खाद के साथ 500 ग्राम सिंगल सुपर फास्फेट, 500 ग्राम नीम खली तथा 10 ग्राम कार्बेन्डाजिम का उपयोग करें.
40 किलो सड़ी गोबर की खाद या उपजाऊ मीट्टी 5 किलो नीम की सड़ी खाद, 1 किलो सुपर फास्फेट औा 50 ग्राम कीटनाशक पाउडर के मिश्रण से गड्ढे भर देते हैं. पौधे लगाते समय जमीन से 3 इंच रहे इस बात का ध्यान रखें हमारे देश मे पौधे जून से दिसम्बर तक लगाये जाते हैं. इस प्रकार 6×6 मी. अंतर पर एक हेक्टेयर में 277 पौधे लगाये जा सकते हैं. हल्की भूमि में 5.5×5.5 मी. अथवा 5×5.मी. अंतर पर 300 से 400 पौधे लगाए जा सकते हैं.
बगीचे की स्थापना
संतरे के पौधे लगाने के लिए 2 रेखांकन पद्धति का उपयोग होता है – वर्गाकार तथा शटभुजाकार पद्धति. शटभुजाकार पद्धति में 15 प्रतिशत पौधे वर्गाकार पद्धति की तुलना में अधिक लगाए जा सकते हैं. गड्ढे का आकार 75 X 75 X 75 से. मी. तथा पौधे को 6 X 6 मी. दूरी पर लगाना चाहिए. इस प्रकार एक हेक्टेयर में 277 पौधे लगाए जा सकते हैंं. हल्की भूमि में 5.5 x 5.5 मी. अथवा 5 X 5 मी. अंतर पर 300 से 400 पौधे लगाए जा सकते हैं. गड्ढे भरने के लिए मिट्टी के साथ प्रति गड्ढा 20 किलो सड़ी हुई गोबर की खाद के साथ 500 ग्राम सिंगल सुपर फास्फेट, 500 ग्राम नीम खली तथा 10 ग्राम कार्बेन्डाजिम का उपयोग करें.