ऊर्जा मंत्रालय ने जारी किए आंकड़े कोरोना पाबंदियों वजह से बिजली की खपत

ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जनवरी के पहले सप्ताह में बिजली की खपत 1.5 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी के साथ 49.34 अरब यूनिट रही है.

Update: 2022-01-16 09:26 GMT

 जनता से रिश्ता वेबडेस्क |   कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी की तीसरी लहर के बीच राज्यों द्वारा स्थानीय स्तर पर लगाई गई पाबंदियों की वजह से जनवरी के पहले सप्ताह में बिजली (Electricity) की खपत 1.5 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी के साथ 49.34 अरब यूनिट (बीयू) रही है. ऊर्जा मंत्रालय (Ministry of Power) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. 1 से 14 जनवरी, 2021 के दौरान बिजली की खपत 48.59 अरब यूनिट रही थी. बीते साल पूरे जनवरी महीने में बिजली की खपत जनवरी, 2020 के 105.15 अरब यूनिट से 4.4 प्रतिशत ज्यादा यानी 109.76 अरब यूनिट रही थी. आंकड़ों के अनुसार, 1 से 14 जनवरी के दौरान व्यस्त समय की पूरी की गई बिजली की मांग या दिन में बिजली की सबसे अधिक आपूर्ति 179.59 गीगावॉट की रही. यह पिछले साल की समान अवधि के आंकड़े 178.88 गीगावॉट से ज्यादा है.

पिछले साल जनवरी में 189.39 गीगावॉट रही थी बिजली की मांग
पिछले साल जनवरी के पूरे महीने में व्यस्त समय की पूरी की गई बिजली की मांग 189.39 गीगावॉट और जनवरी, 2020 में 170.97 गीगावॉट रही थी. विशेषज्ञों का कहना है कि जनवरी के पहले हफ्ते में बिजली की खपत में वृद्धि सुस्त रही है. इससे स्पष्ट पता चलता है कि राज्यों द्वारा स्थानीय स्तर पर लगाए गए अंकुशों का असर औद्योगिक और वाणिज्यिक मांग पर पड़ा है. महामारी की तीसरी लहर ने जनवरी में जोर पकड़ा है, जिसके चलते राज्यों ने स्थानीय स्तर पर अंकुश लगाए हैं.
फिलहाल सुस्त ही रहेगी बिजली की डिमांड
विशेषज्ञों का मानना है कि बिजली की मांग अभी सुस्त रहेगी. दिसंबर, 2021 में बिजली की खपत 3.4 प्रतिशत बढ़कर 109.25 अरब यूनिट पर पहुंची थी. दिसंबर, 2020 में यह 105.62 अरब यूनिट रही थी. नवंबर, 2021 में बिजली की खपत 2.5 प्रतिशत बढ़कर 99.32 अरब यूनिट रही थी. नवंबर, 2020 में यह आंकड़ा 96.88 अरब यूनिट था.
बताते चलें कि भारत में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. शनिवार को देशभर में 2 लाख 70 हजार से भी ज्यादा कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए और 314 लोगों की मौत हो गई. कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट भी देश में कोहराम मचा रहा है. ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ रही है.
कोरोना के मौजूदा हालातों को देखते हुए देश के अलग-अलग राज्यों में जरूरत के हिसाब से पाबंदियां लगाई हैं. कई शहरों में नौकरीपेशा लोगों को ऑफिस आने के बजाए वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कह दिया गया है.


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