पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन नाराज, कई शहरों में होगी पेट्रोल-डीजल की किल्लत?

Update: 2022-05-30 04:36 GMT

नई दिल्ली: डीजल (Diesel) और पेट्रोल (Petrol) पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) कम करने के बाद देश भर के पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (Petroleum Dealers Association) नाराज चल रहे हैं. पेट्रोल पंप (Petrol Pump) चलाने वालों का कहना है कि अचानक दाम में भारी कटौती कर देने से उन्हें नुकसान हुआ है. इस कारण पेट्रोलियम डीलर्स कल मंगलवार (31 मई) को खुलकर विरोध जाहिर करने वाले हैं. इसके तहत डीलर्स ने सरकारी तेल कंपनियों (OMCs) से मंगलवार को डीजल-पेट्रोल नहीं खरीदने का निर्णय लिया है. वहीं कुछ शहरों में डीलर्स ने मंगलवार को डीजल-पेट्रोल नहीं बेचने का फैसला किया है.

पेट्रोलियम डीलर्स सरकार से कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. डीलर्स का कहना है कि डीजल और पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में अचानक कटौती करने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है. सरकार ने जैसे ही ड्यूटी कम की, डीजल और पेट्रोल दोनों की खुदरा कीमतें एक झटके में कम हो गईं. डीलर्स का कहना है कि उन्होंने एक दिन पहले अधिक कीमत पर डीजल और पेट्रोल का स्टॉक खरीदा था. ड्यूटी में कमी के बाद उन्हें कम भाव पर बेचना पड़ गया. इसके अलावा डीलर्स ये भी कह रहे हैं कि साल 2017 के बाद मार्जिन में कोई बदलाव नहीं किया गया है, इससे भी उन्हें नुकसान हो रहा है.
महाराष्ट्र के डीलर्स ने इन मांगों को लेकर मंगलवार को डीजल-पेट्रोल न खरीदने और न ही बेचने का ऐलान किया है. फेडरेशन ऑफ ऑल महाराष्ट्र पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने कहा कि राज्य में करीब 6,500 पेट्रोल पंप हैं और मंगलवार के विरोध में सभी हिस्सा ले रहे हैं. एसोसिएशन का कहना है कि 2017 के बाद से कमीशन को एक पैसा भी नहीं बढ़ाया गया है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने टैक्स अचानक कम कर दिया, जिसके चलते महाराष्ट्र के पेट्रोल पंपों को 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है. उन्होंने केंद्र सरकार से इस नुकसान की भरपाई करने की मांग की.
इसी तरह तमिलनाडु के पेट्रोल पंपों ने मंगलवार को सरकारी कंपनियों से तेल नहीं खरीदने का फैसला किया है. डीलर्स का कहना है कि इससे सरकारी कंपनियों का मंथली टारगेट पूरा नहीं हो पाएगा. डीलर्स ने कहा कि डीजल-पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में हालिया कटौती से हर पेट्रोल पंप को 3 लाख से 15 लाख रुपये तक का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार को एक झटके में एक्साइज ड्यूटी कम करने के बजाय इन्हें धीरे-धीरे कम करना चाहिए, इससे पेट्रोल पंप चलाने वालों को कम नुकसान होगा.
महाराष्ट्र और तमिलनाडु की तरह लगभग हर राज्यों के डीलर्स एसोसिएशन ने मंगलवार के विरोध में शामिल होने का ऐलान किया है. अगर पेट्रोल पंप मंगलवार को स्टॉक नहीं खरीदते हैं तो कई पेट्रोल पंप अगले दिन बुधवार को सूखे रह सकते हैं. इसके अलावा मंगलवार को कई डीलर्स ने डीजल-पेट्रोल नहीं बेचने का फैसला किया है. इससे देश भर में लोगों को इस सप्ताह दो दिन पेट्रोल-डीजल भरवाने में दिक्कतें आ सकती हैं.
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