पतंजलि आयुर्वेद ने 'बाॅन्ड मार्केट' के निवेशकों के जरिए जुटाए 175 करोड़ रुपये
डिबेंचर के शेयरों को बदला नहीं जा सकता है।
बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने बाॅन्ड मार्केट के निवेशकों के जरिए 175 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी के प्रवक्ता एस के तिजारावाला के अनुसार मंगलवार को पतंजलि आयुर्वेद ने 175 करोड़ रुपये के नाॅन-कनवर्निटेबल डिबेंचर (NCD) जारी किए थे। जिसे निवेशकों ने हाथों-हाथ लिया। कंपनी के प्रवक्ता का दावा है कि चार मिनट के अंदर ही ये सब डिबेंचर सब्स्क्राइब हो गए। मंगलवार की सुबह पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने ट्वीट कर पतंजलि आयुर्वेद से जुड़ी यह जानकारी साझा की।
तिजारावाला के अनुसार पंजाब नेशनल बैंक ने 90 करोड़, आईडीबीआई बैंक से 60 करोड़ और 25 करोड़ का सब्स्क्रिप्शन यूको बैंक से मिला है। इससे पहले पिछले साल पतंजलि आयुर्वेद ने एनसीडी के जरिए 250 रुपये इकट्ठा किया था। तब भी तीन मिनट के अंदर ही सारे डिबेंचर सब्स्क्राइब हो गए थे।
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उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट भी शेयर की। ब्लूमबर्ग की इस रिपोर्ट के अनुसार पतंजलि की सेल्स में पिछले एक साल के दौरान 400 प्रतिशत की तेजी आई है। वहीं, पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले भी कंपनी के रेवन्यू में 13.4 प्रतिशत की ग्रोथ आई है।
क्या होता है नाॅन-कनवर्निटबल डिबेंचर
नाॅन कनवर्टिबल डिबेंचर यानी एनसीडी एक ऐसा फाइंनेशियल माध्यम है जिसके जरिए कंपनियां लम्बी अवधि के लिए पैसा इक्टठा करती हैं। इसका एफडी की तरह इसका टाइम ड्यूरेशन फिक्स होता है। निवेशकों को एक तय दर से ब्याज मिलता है। लेकिन शेयर मार्केट में लिस्ट होने की वजह से इसे बेचना आसान होता है। लेकिन इस डिबेंचर के शेयरों को बदला नहीं जा सकता है।