Parliamentary Committee: हिंडनबर्ग के आरोपों का जवाब देना होगा

Update: 2024-10-05 09:01 GMT

Business बिजनेस: हाल ही में अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग और कांग्रेस के निशाने पर रहीं बाजार नियामक सेबी की चेयरमैन माधबी पुरी बुच अब संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष पेश होंगी। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सेबी प्रमुख 24 अक्टूबर 2024 को पीएसी के समक्ष पेश हो सकती हैं। यह समिति सेबी, वित्त मंत्रालय और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के वरिष्ठ अधिकारियों को बुला रही है। इस दौरान नियामक संस्था के प्रदर्शन की समीक्षा भी की जाएगी। यह बैठक ऐसे समय आयोजित की जा रही है, जब हिंडनबर्ग रिसर्च ने सेबी प्रमुख और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग ने अडानी समूह के साथ उनके कथित संबंधों का खुलासा किया था। उल्लेखनीय है कि हिंडनबर्ग ने इससे पहले गौतम अडानी और उनकी कंपनियों के खिलाफ भी एक रिपोर्ट जारी की थी,

जिसके कारण अडानी समूह को भारी नुकसान हुआ था। इस पीएसी बैठक में ट्राई के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी भी मौजूद रह सकते हैं। हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद कांग्रेस ने अगस्त 2024 में माधबी बुच और उनके पति से भी पूछताछ की और उनके इस्तीफे की मांग की। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सेबी ने अडानी ग्रुप के खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की है। हिंडनबर्ग ने दावा किया कि 2015 में माधबी बुच और उनके पति ने सिंगापुर में एक ऑफशोर अकाउंट खोला था, जिसमें उनका कुल निवेश 10 मिलियन डॉलर था। इसके अलावा हिंडनबर्ग ने कहा कि यह फंड अडानी ग्रुप के एक डायरेक्टर द्वारा स्थापित मॉरीशस टैक्स हेवन फंड से जुड़ा हुआ है। माधबी बुच और उनके पति ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए एक बयान में कहा कि ये आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और उनका जीवन एक खुली किताब की तरह है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंडनबर्ग, जिन्हें सेबी ने नोटिस जारी किया है, ने उनका चरित्र हनन करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि वह उचित समय पर पूरी पारदर्शिता के साथ एक विस्तृत बयान जारी करेंगे।

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