अब नेशनल हाईवे के ढाबों पर खुलेंगे पेट्रोल पंप : मंत्री नितिन गडकरी ने दिया सुझाव
नेशनल हाईवे पर बने छोटे ढाबों पर खाने के साथ पेट्रोल और डीजल भरवाने की भी सुविधा मिलेगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नेशनल हाईवे पर बने छोटे ढाबों पर खाने के साथ पेट्रोल और डीजल भरवाने की भी सुविधा मिलेगी. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री (Road Transport and Highways Minister) नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने अपने मंत्रालय के अधिकारियों से छोटे ढाबा मालिकों को नेशनल हाईवे के किनारे पेट्रोल पंप (Petrol Pump) और शौचालय बनाने की मंजूरी देने के प्रस्ताव पर काम करने को कहा है. एक कार्यक्रम में बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि किसी ने उन्हें एक एसएमएस भेजा जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह यात्रा कर रहे थे और 200-300 किलोमीटर की सड़क में एक भी शौचालय नहीं था.
ढाबों पर खुलेगें पेट्रोल पंप
गडकरी ने कहा कि लोग सड़क के किनारे की जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं, ढाबे खोल रहे हैं जो उपद्रव पैदा करते हैं क्योंकि ट्रक चालक अपने ट्रक सड़क पर पार्क करते हैं. फिर उन्होंने अपने अधिकारियों को सुझाव दिया कि मंत्रालय छोटे ढाबा मालिकों को 5-10 वाहन पार्क करने के लिए जगह के साथ पेट्रोल पंप खोलने और आम जनता के लिए शौचालय बनाए रखने के प्रस्ताव पर काम कर सकता है.
उन्होंने कहा, मैंने अधिकारियों से कहा कि जिस तरह एनएचएआई पेट्रोल पंपों के लिए एनओसी देता है, उसी तरह हमें छोटे ढाबा मालिकों को राजमार्गों के किनारे पेट्रोल पंप और शौचालय बनाने के लिए अधिकृत मंजूरी देने पर भी विचार करना चाहिए.
भूमि अधिग्रहण मुआवजे की राशि बढ़ी
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उनके मंत्रालय द्वारा लगातार रखी गई प्रगति पर नजर के कारण सड़कों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में काफी तेजी आई है. उन्होंने बताया कि सड़कों के निर्माण के लिए होने वाले भूमि अधिग्रहण के लिए उन्होंने मुआवजे की राशि को भी बढ़ा दिया है.
गडकरी ने हरित हाइड्रोजन की वकालत की, तेल आयात घटाने को कहा
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने परिवहन ईंधन के रूप में हरित हाइड्रोजन की वकालत करते हुए आयात पर निर्भरता कम करने पर जोर दिया है. गडकरी ने कहा कि भारत को एक ऐसा देश बनाने की जरूरत है जो पेट्रोल और डीजल के आयात पर निर्भर नहीं हो.
उन्होंने इस बात पर क्षोभ जताया कि कई देश पेट्रोल और डीजल की बिक्री के धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए कर रहे हैं.
मंत्री ने कहा, हरित हाइड्रोजन पेट्रोल और डीजल से बेहतर है. परिवहन क्षेत्र में बड़ा बदलाव आ रहा है. उन्होंने कहा, हम भारत को ऐसा देश बनाना चाहते हैं, जो पेट्रोल और डीजल के आयात पर निर्भर नहीं हो, बल्कि ईंधन का निर्यात करे.