NASA रोवर की मंगल पर लैंडिंग से Google ने ऐसे जाहिर की खुशी

नासा ने अपने पर्सिवियरेंस रोवर को मंगल ग्रह के इक्वे टर जजेरो के पास गहरे क्रेटर में सफलतापूर्वक लैंड कराके इतिहास रच दिया है

Update: 2021-02-19 16:24 GMT

नासा ने अपने पर्सिवियरेंस रोवर को मंगल ग्रह के इक्वे टर जजेरो के पास गहरे क्रेटर में सफलतापूर्वक लैंड कराके इतिहास रच दिया है. इस शानदार सफलता का जश्न मनाने के लिए गूगल ने अपने पेज पर वर्चुअल तौर पर आतिशबाजी की है. जैसे ही आप पर्सिवियरेंस (perseverance) शब्द गूगल पर खोजेंगे और जब आप इसका पेज देखेंगे तो आप इस पेज पर आतिशबाजी होते देखेंगे.


इसे लेकर गूगल ने ट्वीट किया, "अच्छी चीजें उन लोगों के साथ होती हैं, जिनमें दृढ़ता होती है. नासा और नासा पर्सिवियरेंस को सफल लैंडिंग की बधाई." उधर रोवर के मंगल की सतह को छूने की पुष्टि होते ही कैलीफोर्निया में नासा के मिशन कंट्रोल के इंजीनियर खुशी से झूम उठे. अब अगले 2 सालों में यह छह पहियों वाला रोवर स्थानीय चट्टानों की ड्रिलिंग कर अतीत में यहां रहे जीवन के सबूत तलाशने का काम करेगा. माना जाता है कि अरबों साल पहले जजेरो में एक विशाल झील थी और जाहिर है जहां पानी है, वहां जीवन भी होगा.

रोवर ने सफलतापूर्वक मंगल ग्रह को छुआ
जेजेरो क्रेटर मंगल ग्रह का एक बेहद दुर्गम इलाका है. गुरुवार को बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कैलिफोर्निया में नासा के मिशन कंट्रोल रूप में इंजीनियर उस वक्त जमकर खुश हुए, जब रोवर ने सफलतापूर्वक मंगल ग्रह को छुआ. छह पहियों वाले इस रोवर को कम से कम दो साल तक यहीं रखा जाएगा और इस दौरान यह यहां के चट्टानों की ड्रिलिंग करेगा. जजेरो के बारे में यह सोचा जा रहा है कि यहां अरबों साल पुराना एक विशालकाय झील है और अगर कहीं पानी है, तो वहां जीवन के होने की भी संभावनाएं होती हैं.

रात ढाई बजे लैंड हुआ पर्सिवियरेंस
सिग्नल द्वारा कंट्रोलर्स को बताया जा रहा है कि पर्सिवियरेंस रात के करीब ढाई बजे सफलतापूर्वक लैंड हो चुका है. रोवर के लैंड होने के बाद यह पता चला कि यह जजेरो में स्थित एक डेल्टा से 2 किलोमीटर दक्षिणीपूर्व दिशा की ओर लैंड हुआ है, जहां छानबीन करने का प्लान है.

बता दें कि भारतीय अमेरिकी स्वाति मोहन ने इस रोवर की सफल लैंडिंग का वर्चुअल तौर पर नेतृत्व किया था. इस मिशन के लिए लीडिंग टीम का नेतृत्व करने वाले एलन चैन ने कहा, "हमें एक अच्छी समतल भूमि मिली है. इस सपाट स्थान पर यह केवल 1.2 डिग्री झुका हुआ है. तो कुल मिलाकर हमने सफलतापूर्वक एक पार्किं ग लॉट ढूंढ़ लिया है, जहां रोवर ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की है. मुझे अपनी टीम पर बहुत गर्व है."

यह अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा मंगल ग्रह पर भेजा गया एक ऐसा दूसरा रोवर है, जो एक टन वजनी है.


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