SBI बैंक से पैसे निकलवाने से पहले जरूर पढ़ लें ये नियम

अगर आपका स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अकाउंट है

Update: 2021-07-03 10:46 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अगर आपका स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अकाउंट है और आपको ब्रांच के जरिए पैसे निकालने हैं तो आपको कुछ नियमों का ध्यान रखना आवश्यक है. बैंक ने कई ऐसे नियम बना रहे हैं, अगर आप उनका पालन नहीं करते हैं तो आपको मुश्किल हो सकती है, यहां तक कि बैंक कर्मचारी आपको पैसे देने से मना भी कर सकता है. इसलिए जरूरी है कि आप बैंक में पैसे निकलवाने जाने से पहले इन नियमों का जरूर ध्यान रखें, वर्ना आपको दिक्कत होगी.

दरअसल, बैंक ने ब्रांच से पैसे निकलवाने को लेकर एक लिमिट तय कर रखी है और उस लिमिट के हिसाब से ही ग्राहक पैसे निकाल सकते हैं. इसमें होम ब्रांच और अन्य ब्रांच को लेकर अलग अलग लिमिट है, जिसमें कैश और चेक के लिए अलावा नियम है. ऐसे में जानते हैं कि एसबीआई ने क्या क्या नियम तय कर रखे हैं…
दूसरी ब्रांच से कितने निकाल सकते हैं?
हाल ही में एक ग्राहक ने ट्विटर के जरिए इस लिमिट के बारे पूछा था. इसके बाद एसबीआई ने जवाब देते हुए नियम बताए हैं और कहा है, 'ये ध्यान रखें कि आप किसी दूसरी ब्रांच से विड्राल स्लिप से 25 हजार रुपये निकाल सकते हैं. एसबीआई ने नॉन होम ब्रांच में चेक के माध्यम से कैश निकलवाने की राशि को दोगुना कर 1 लाख रुपये प्रति दिन कर दिया है. बता दें कि पहले यह सीमा 50 हजार थी. सीधे शब्दों में कहें तो पहले एक दिन में नॉन होम ब्रांच से एक दिन में 50 हजार रुपये निकाल सकते थे, लेकिन अब 1 लाख रुपये तक निकाल सकते हैं. वहीं, विड्रॉल स्लिप से 25 हजार लिमिट है, जो पहले पांच हजार थी.
एटीएम से कितने निकाल सकते हैं?
अगर आप गैर-वित्तीय ट्रांजेक्शन करते हैं तो इसके लिए कोई शुल्क देने की जरूरत नहीं होगी. अगर महीने में नकद निकासी की 4 बार सुविधाएं ले चुके हैं तो उसके अगली बार बैंक ब्रांच या एटीएम से पैसे निकालने के लिए 15 रुपये और जीएसटी चुकाने होंगे. इतना चार्ज आपको चार के बाद हर निकासी पर देना होगा.

नए नियम में कहा गया है कि एसबीआई की तरफ से एक वित्तीय वर्ष में प्रति ग्राहक को मुफ्त में 10 पन्ने का चेकबुक दिया जाएगा. यह सुविधा भी बेसिक खाताधारकों के लिए लागू होगी. 10 पन्ने का चेकबुक खत्म होने के बाद अगर ग्राहक को अलग से लेना है तो 40 रुपये प्लस जीएसटी चुकाकर 25 पन्ने का चेकबुक ले सकते हैं. यह खर्च लगभग 75 रुपये के आसपास आएगा. अगर किसी कस्टमर को इमरजेंसी चेकबुक चाहिए तो उसे जीएसटी के अलावा 50 रुपये चुकाने होंगे.


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