प्रयागराज (आईएएनएस)। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन तट पर आध्यात्मिक समागम होगा। महाकुंभ तैयारी की रूपरेखा अभी से तैयार होने लगी है। महाकुंभ को भव्य बनाने के लिए प्रयाग में स्ट्रीट वेंडिंग जोन का कायाकल्प इसी का एक हिस्सा है जिसमें पहली बार पेरिस और लन्दन की स्ट्रीट वेंडिंग जोन की झलक देखने को मिलेगी।
कुम्भ मेला प्रशासन ने इसके लिए कार्य शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कुम्भ मेला प्रशासन इसे लेकर नयी व्यवस्था लागू करने जा रहा है। प्रयागराज शहर से कुम्भ मेला क्षेत्र में पहुचने के पहले देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को स्ट्रीट वेंडिंग की विश्व स्तरीय व्यवस्था देखने को मिले, इसे लेकर प्रशासन ने रोड मैप तैयार कर लिया है।
कुम्भ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद बताते हैं कि शहर में स्वच्छता के साथ स्ट्रीट वेंडिंग व्यवस्था में बड़े बदलाव कर इसे अलग स्वरूप दिया जा रहा है। सुनियोजित स्ट्रीट वेंडिंग ज़ोन से से जहां एक तरफ शहर में सड़कों के अतिक्रमण की समस्या से भी निजात मिलती है तो वहीं दूसरी तरफ शहर में स्वच्छता की स्थिति भी बेहतर होती है।
प्रयागराज के स्ट्रीट वेंडिंग ज़ोन का खाका तैयार कर रहे कुम्भ मेला प्राधिकरण ने इसे ध्यान में रखकर शहर के सभी स्ट्रीट वेंडिंग ज़ोन के कायाकल्प की योजना तैयार की है।
कुंभ मेला अधिकारी बताते हैं कि इस बार महाकुंभ में शहर के विभिन्न हिस्सों से संगम तक अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्ट्रीट वेंडिंग व्यवस्था की जा रही है। इसके तहत सभी वेंडिंग ज़ोन एक ही थीम पर विकसित किये जा रहे हैं। यह व्यवस्था पेरिस और लंदन की स्ट्रीट वेंडिंग जोन की याद ताजा करायेगी । वेंडिंग जोन को एक ही डिजाइन और एक ही कलर में विकसित किया जाएगा। यहाँ सोलर लाईट का इस्तेमाल किया जायेगा। स्ट्रीट वेंडिंग व्यवस्था स्थानीय लोगों का रोजगार संरक्षण भी करती है।
महाकुम्भ में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अधिक से अधिक स्थानीय लोगो को इससे रोजगार मिल सकता है। इसके लिए शहर में इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है।
नगर निगम प्रयागराज के नगर आयुक्त चंद्रमोहन गर्ग के मुताबिक़ अभी शहर में 2 स्ट्रीट वेंडिंग जोन हैं, कुम्भ तक इनकी संख्या बढ़ाकर 18 की जायेगी। इससे 4 हजार से अधिक स्थानीय लोगो को रोजगार मिलेगा। स्ट्रीट वेंडर चिन्हित कर उनका डिजिटल रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू करा दिया गया है।