म्यूचुअल फंड में निवेश करने के पहले जाने ये बात

रिटायरमेंट के बाद सीनियर सिटीजन को म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए या नहीं यह बड़ा सवाल है

Update: 2021-02-19 17:10 GMT

रिटायरमेंट के बाद सीनियर सिटीजन को म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए या नहीं यह बड़ा सवाल है. जैसा कि हम जानते हैं म्यूचुअल फंड हमेशा से बाजार के जोखिमों से भरा हुआ है. ऐसे में सीनियर सिटीजन को म्यूचुअल फंड में किस तरह निवेश करना चाहिए, उसके बारे में जानते हैं. रिटायरमेंट के बाद सबसे महत्वपूर्ण है कि आपका निवेश सुरक्षित है या नहीं. अगर इक्विटी फंड में ज्यादा निवेश करेंगे तो यहां रिस्क ज्यादा है, लेकिन रिटर्न ज्यादा मिलेगा. वहीं डेट फंड (जैसे कि बॉन्ड) में ज्यादा निवेश करने पर मुकाबले में रिटर्न कम मिलेगा, लेकिन यहां आपका पैसा ज्यादा सुरक्षित होता है.

म्यूचुअल फंड पर आपको दो तरीके से रिटर्न मिलता है. आपके फंड का जितना इक्विटी यानी स्टॉक में लगा होगा, वहां से आपको डिविडेंड के रूप में कमाई होगी. इसके अलावा डेट फंड में आपको फिक्स्ड इंट्रेस्ट रिटर्न के रूप में मिलता है. इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि अगर कोई सीनियर सिटीजन है तो उसे अपने पोर्टफोलियो में विविधता रखनी चाहिए. निवेशक को अपने पोर्टफोलियो में गोल्ड, इक्विटी, डेट फंड को शामिल करना चाहिए. इससे फोलियो बैलेंस्ड रहता है. आपको कुल मिलाकर रिटर्न भी अच्छा मिलेगा साथ ही रिस्क भी कम रहेगा

हाई रिस्क फंड में नहीं निवेश करना चाहिए
फाइनेंशियल प्लानर का कहना है कि सीनियर सिटीजन को हाई रिस्क फंड में नहीं निवेश करना चाहिए. मिडकैप और स्मॉलकैप वाले फंड में रिस्क ज्यादा रहता है. यहां आपको बचने की जरूरत है. ब्लूचिप कंपनी में निवेश करने पर रिटर्न भले ही कम मिलेगा, लेकिन यह सुरक्षित रहता है. ऐसे में म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले ऊपर की बातों को ध्यान में रखना जरूरी है. रिटायर्ड लोगों के लिए यह और ज्यादा जरूरी है.


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