महिला सम्मान बचत योजना भारत सरकार की एक योजना है। यह योजना भारत सरकार द्वारा केवल महिलाओं के लिए शुरू की गई है। यह एकमुश्त योजना है, जो परिपक्वता पूर्ण होने पर गारंटीशुदा आय प्रदान करती है।महिला बचत योजना पर अर्जित ब्याज का भुगतान परिपक्वता पर किया जाएगा, लेकिन ब्याज तिमाही आधार पर संयोजित होगा। इस योजना में निवेश पर कुल राशि की गणना एक साधारण ब्याज दर सूत्र का उपयोग करके की जाएगी। जानकारों के मुताबिक, निवेश किए गए पैसे में चक्रवृद्धि ब्याज जोड़ा जाता है। इस पर भी ब्याज की गणना फिक्स्ड डिपॉजिट और पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट प्रोग्राम की तरह ही की जाती है।
कुल कितनी राशि होगी
निवेशित राशि पर अर्जित ब्याज की गणना करने के लिए, साधारण ब्याज सूत्र लागू किया जाता है, मूल राशि, ब्याज की दर और निवेश की अवधि को गुणा किया जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आप 2 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो आपको पहली तिमाही के बाद 3,750 रुपये का ब्याज मिलेगा। दूसरी तिमाही के अंत में इस राशि को दोबारा निवेश करने पर आपको 3,820 रुपये का ब्याज मिलेगा। इस हिसाब से जब बांड मैच्योर होगा तो आपको कुल 2,32,044 रुपये मिलेंगे।
महिला सम्मान बचत योजना ब्याज दर
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र 2023 से 2025 तक दो साल की अवधि के लिए दिया जाता है। यह दो साल के लिए 7.5 प्रतिशत की निश्चित ब्याज दर प्रदान करता है। महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र पर ब्याज दर पूरे दो साल की अवधि के लिए 7.5 फीसदी तय की जाएगी।
टीडीएस ब्याज पर लागू होगा
सीबीडीटी ने 16 मई 2023 को एक अधिसूचना में कहा कि योजना से अर्जित ब्याज पर कोई कर छूट उपलब्ध नहीं है। धारा 194ए के तहत टीडीएस तब लागू होगा जब योजना से अर्जित ब्याज एक वित्तीय वर्ष में 40,000 रुपये से अधिक हो।