महंगी हुई भारत की सबसे सस्ती EV! 25,000 रुपये बढ़े Tigor EV के दाम
. बता दें कि कुछ समय पहले Tata Motors ने ग्राहकों की चहेती Nexon EV की कीमतों में भी इतनी ही बढ़ोतरी की है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टाटा मोटर्स ने भारत की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार टिगोर EV के सभी वेरिएंट्स की कीमतों में 25,000 रुपये का इजाफा कर दिया है. अब टाटा टिगोर EV की शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 12.24 लाख रुपये हो गई है जो टॉप मॉडल के लिए 13.24 लाख रुपये तक जाती है. दाम बढ़ाए जाने के बाद भी टिगोर EV भारत की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार बनी हुई है और पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों से परेशान ग्राहकों के सामने ये अब भी सबसे सस्ता विकल्प बनी हुई है. एक चार्ज में ये इलेक्ट्रिक कार 300 KM तक चलती है. बता दें कि कुछ समय पहले Tata Motors ने ग्राहकों की चहेती Nexon EV की कीमतों में भी इतनी ही बढ़ोतरी की है.
शुरुआती कीमत 12.24 लाख रुपये
कार की शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 12.24 लाख रुपये रखी गई है जो 13.24 लाख रुपये तक जाती है. कार पर 306 किलोमीटर की विस्तारित एआरएआई प्रमाणित रेंज का दावा किया गया है. टिगोर EV पर 73 बीएचपी और 170 एनएम पीक टॉर्क मिलता है और ताकत 26-kWh लिक्विड-कूल्ड, हाई एनर्जी डेंसिटी बैटरी पैक से आती है. मौसम और चिंता से बचने के लिए कार आईपी 67 रेटेड बैटरी पैक और मोटर से लैस है. कार को 8 साल और 160,000 KM बैटरी और मोटर वारंटी के साथ पेश किया जा रहा है.
डुअल टोन विकल्प भी उपलब्ध
कंपनी नई टिगोर EV को तीन वेरिएंट्स XE, XM और XZ+ में पेश कर रही है. XZ+ पर डुअल टोन विकल्प भी उपलब्ध है. टाटा का कहना है कि कार बेहतर ड्राइविंग डायनामिक्स और तेज़ हैंडलिंग के लिए संतुलित सस्पेंशन के साथ आई है. अन्य फीचर्स में इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल और फोल्डेबल ओआरवीएम और पुश बटन स्टार्ट के साथ स्मार्ट की शामिल हैं. साथ ही कार रिमोट कमांड और रिमोट डायग्नोस्टिक्स सहित 30+ कनेक्टेड कार फीचर्स के साथ आई है.
फास्ट-चार्ज के साथ-साथ स्लो-चार्ज
कंपनी का कहना है कि कार विश्व स्तर पर माने जेने वाले CCS2 चार्जिंग सिस्टम के साथ आती है और इसे किसी भी 15 A प्लग पॉइंट से फास्ट-चार्ज के साथ-साथ स्लो-चार्ज किया जा सकता है. ग्लोबल एनकैप ने टिगोर EV के लिए क्रैश टेस्ट के परिणाम जारी किए हैं, जिसमें कार को 4-स्टार सुरक्षा रेटिंग मिली है. इसे बड़ों और बच्चों दोनों की सुरक्षा के लिए 4 स्टार मिले हैं. क्रैश टेस्ट संस्था की 'सेफर कार्स फॉर इंडिया' पहल के तहत किया गया.