Indian Railways: रेल किराये में सीन‍ियर स‍िटीजन को 50% छूट पर बड़ा अपडेट, छूट देने से रेलवे पर बोझ पड़ेगा

Update: 2022-05-24 08:54 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ndian Railways: कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद भारतीय रेलवे (Indian Railways) की तरफ से धीरे-धीर करके सुव‍िधाएं बहाल की जा रही हैं. प‍िछले द‍िनों रेलवे ने सफर में बेड रोल की सुव‍िधा शुरू कर दी है. इससे पहले ट्रेनों में अनर‍िज्‍वर्ड कोच लगाने की भी सुव‍िधा शुरू की जा चुकी है. इसके बाद यात्री कम दूरी की यात्रा पहले से कम खर्च में कर पा रहे हैं.

लोगों की तरफ से काफी मांग की गई
लेक‍िन रेलवे की तरफ से सीन‍ियर स‍िटीजन को ट‍िकट में दी जाने वाली छूट शुरू नहीं की गई है. इसको लेकर लोगों की तरफ से काफी मांग भी की गई. आपको बता दें रेलवे की तरफ से कोरोना काल से पहले तक वर‍िष्‍ठ नागर‍िकों को क‍िराये में 50 प्रत‍िशत की छूट दी जाती थी. लेक‍िन साल 2020 में कोरोना के मामले बढ़ने पर सरकार ने इसे न‍िलंब‍ित कर द‍िया था.
छूट देने से रेलवे पर बोझ पड़ेगा
लोगों की तरफ से ट‍िकट पर छूट की मांग करने पर मार्च में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि कोरोना से उपजी चुनौतियों के कारण साल 2020-21 में रेलवे (Railway) का रेवेन्यू कोविड काल (2019-20) से कम था. ऐसे में यद‍ि यात्र‍ियों को छूट दी जाती है तो रेलवे पर अत्यधिक बोझ पड़ेगा. उन्‍होंने बताया था क‍ि वरिष्ठ नागिरकों समेत पहले दी जाने वाली कई छूटें अभी विचारणीय नहीं हैं.
40 और 50 प्रत‍िशत छूट का प्रावधान
आपको बता दें रेलवे की तरफ से किराये में वर‍िष्‍ठ नागर‍िकों को क‍िसी भी क्लास का टिकट लेने पर छूट दी जाती थी. इसमें मह‍िलाओं के ल‍िए 50 प्रत‍िशत और पुरुषों के ल‍िए 40 प्रतिशत छूट का प्रावधान था. इसके ल‍िए मह‍िलाओं की न्यूनतम उम्र 58 और पुरुषों की 60 वर्ष होनी जरूरी थी.
भाकपा सांसद ने की छूट शुरू करने की मांग
अब भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) सांसद विनय विश्वम (Binoy Vishwam) ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) से रेल क‍िराये में सीन‍ियर स‍िटीजन को म‍िलने वाली छूट फ‍िर से शुरू करने की गुजार‍िश की है. उन्‍होंने कहा क‍ि कोव‍िड-19 महामारी फैलने के बाद से न‍िलंब‍ित इस सुव‍िधा को फ‍िर से शुरू क‍िया जाना चाह‍िए.
कोविड को ध्‍यान में रखकर बदला था न‍ियम
विश्वम की तरफ से ल‍िखे गए पत्र में कहा गया क‍ि सीन‍ियर स‍िटीजन को दी जाने वाली छूट वापस लेने से करोड़ों बुजुर्गों पर असर पड़ा है. उन्होंने यह भी कहा क‍ि उस समय यह न‍िर्णय कोविड को ध्‍यान में रखकर ल‍िया गया था. लेक‍िन अब वर‍िष्‍ठ नागर‍िकों की तरफ से उस सुव‍िधा को बार-बार शुरू करनी मांग की जा रही है.
सुव‍िधा खत्‍म होने से लोगों को बड़ा नुकसान
उन्होंने कहा यह दुर्भाग्य ही है क‍ि इन रियायतों को हटाने के लिए कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी का सहारा ल‍िया गया, जिससे लोगों को बहुत नुकसान हुआ. उन्‍होंने कहा मार्च 2020 से मार्च 2022 तक 7 करोड़ से ज्‍यादा सीन‍ियर स‍िटीजन ने रेलवे का इस्तेमाल किया. इससे छूट खत्‍म क‍िए जाने का असर द‍िखता है.
विश्वम ने अपने पत्र में रेल मंत्री को संबोध‍ित करते हुए ल‍िखा, मैं आपसे रेलवे में सीन‍ियर स‍िटीजन के ल‍िए छूट बहाल करने की गुजार‍िश करता हूं. तमाम वरिष्ठ नागरिक टिकट का पूरा पैसा देने की स्थिति में नहीं हैं. छूट खत्‍म होने से उन्‍हें काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.


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