Business बिजनेस: सरकारी क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और निजी क्षेत्र के यस बैंक ने नया कीर्तिमान बनाया है। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में दोनों बैंकों के ऋण वितरण में जबरदस्त इजाफा हुआ है। पीएनबी और यस बैंक की ओर से ऋण वितरण में बढ़ोतरी इस बात का संकेत भी है कि लोग तेजी से ऋण लेना पसंद कर रहे हैं। पीएनबी ने शेयर बाजार को बताया कि इस साल जुलाई-सितंबर में बैंक का ऋण वितरण करीब 13 फीसदी बढ़कर 10.64 लाख करोड़ रुपये हो गया।
पिछले साल जुलाई-सितंबर तिमाही तक इसका अग्रिम यानी वितरित ऋण 9.41 लाख करोड़ रुपये था। ऐसे में बैंक ने पिछले साल की तुलना में इस साल समान अवधि में ज्यादा ऋण वितरित किए हैं। बैंक ने कहा कि उसकी कुल जमा 11.41 फीसदी बढ़कर 14.59 लाख करोड़ रुपये हो गई। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के अंत में यह राशि 13.09 लाख करोड़ रुपये थी। बैंक का कुल कारोबार अब 12 फीसदी बढ़कर 25.23 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जबकि 30 सितंबर 2023 को समाप्त तिमाही में यह 22.51 लाख करोड़ रुपये था। संकट से उबरकर तेजी से आगे बढ़ रहे यस बैंक ने कर्ज वितरण में भी जबरदस्त कीर्तिमान हासिल किया है।
निजी क्षेत्र के यस बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि जुलाई-सितंबर तिमाही में उसका कर्ज वितरण 13 फीसदी बढ़कर 2.36 लाख करोड़ रुपये हो गया। जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 2.09 लाख करोड़ रुपये था। इस दौरान यस बैंक की जमा राशि 18 फीसदी बढ़कर 2.77 लाख करोड़ रुपये हो गई। हालांकि कर्ज वितरण में बढ़ोतरी सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक दोनों के लिए चिंता का सबब है। यह देश में कर्ज पर खर्च करने की आदत को दर्शाता है। हाल ही में आरबीआई ने इसी के चलते असुरक्षित कर्ज की शर्तें सख्त की हैं। वहीं बैंकों की कुल जमा राशि में गिरावट आ रही है, जिससे वित्त मंत्रालय भी चिंतित है।