पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में 10 साल में डबल हो जाएगा आपका पैसा, जानें डिटेल्स

पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स में किसान विकास पत्र यानी KVP भी शामिल है. आइए इस स्कीम के बारे में डिटेल में जानते हैं.

Update: 2022-02-07 02:06 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगर आप आने वाले दिनों में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पोस्ट ऑफिस की सेविंग्स स्कीम्स (Saving Schemes) में कर सकते हैं. इन स्कीम्स में आपको अच्छा रिटर्न तो मिलता ही है. साथ में, इसमें निवेश (Investment) किया गया पैसा भी पूरी तरह सुरक्षित रहता है. अगर बैंक डिफॉल्ट (Bank Default) होता है, तो आपको पांच लाख रुपये की ही राशि वापस मिलती है. लेकिन डाकघर (Post Office) में ऐसा नहीं है. इसके अलावा पोस्ट ऑफिस की सेविंग्स स्कीम्स में बेहद कम राशि से निवेश शुरू किया जा सकता है. पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स में किसान विकास पत्र यानी KVP भी शामिल है. आइए इस स्कीम के बारे में डिटेल में जानते हैं.

ब्याज दर
पोस्ट ऑफिस कि किसान विकास पत्र स्कीम में मौजूदा समय में 6.9 फीसदी की ब्याज दर मौजूद है. इस योजना में ब्याज को सालाना आधार पर कंपाउंड किया जाता है. यह ब्याज दर 1 अप्रैल 2020 से लागू है. इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम में निवेश करने पर आपकी राशि 124 महीने यानी 10 साल और 4 महीने में दोगुनी हो जाएगी.
निवेश की राशि
इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम में कम से कम 1000 रुपये का निवेश किया जा सकता है. किसान विकास पत्र में 100 रुपये के मल्टीपल में निवेश करना होगा. इस योजना में निवेश की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं की गई है.
कौन खोल सकता है अकाउंट?
डाकघर की इस योजना में एक वयस्क या तीन वयस्क तक साथ मिलकर ज्वॉइंट अकाउंट खोल सकते हैं. इसके अलावा किसान विकास पत्र में कमजोर दिमाग के व्यक्ति या नाबालिग की ओर से अभिभावक भी खाता खोल सकता है. साथ ही, 10 साल से ज्यादा उम्र का नाबालिग अपने खुद के नाम में भी खाता खोल सकता है.
मैच्योरिटी
पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र में जमा की गई राशि वित्त मंत्रालय द्वारा समय-समय पर तय की गई मैच्योरिटी की अवधि पर मैच्योर हो जाएगी. मैच्योरिटी पीरियड जमा की तारीख से उपयुक्त होगा.
अकाउंट को ट्रांसफर करना
किसान विकास पत्र स्कीम में अकाउंट को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को कुछ स्थितियों में ट्रांसफर किया जा सकता है. खाताधारक की मौत हो जाने पर, अकाउंट को उसके नॉमिनी या कानूनी उत्तराधिकारियों को ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके अलावा खाताधारक की मौत हो जाने पर ज्वॉइंट होल्डर को अकाउंट ट्रांसफर कर सकते हैं. कोर्ट के आदेश से भी ट्रांसफर हो सकता है. किसी निर्धारित अथॉरिटी को अकाउंट की प्लेजिंग पर भी किया जा सकता है.


Tags:    

Similar News

-->