पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में 10 साल और 4 महीने में डबल हो जाएगा पैसा, जानें डिटेल्स

पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स में किसान विकास पत्र (KVP)​ भी शामिल है. आइए इस स्कीम के बारे में डिटेल में जानते हैं.

Update: 2022-02-22 02:02 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगर आप आने वाले दिनों में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पोस्ट ऑफिस की सेविंग्स स्कीम्स (Saving Schemes) में कर सकते हैं. इन स्कीम्स में आपको अच्छा रिटर्न तो मिलता ही है. साथ में, इसमें निवेश किया गया पैसा भी पूरी तरह सुरक्षित रहता है. अगर बैंक डिफॉल्ट (Bank Default) होता है, तो आपको 5 लाख रुपये की ही राशि वापस मिलती है. लेकिन डाकघर (Post Offपोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स में किसान विकास पत्र (KVP)​ भी शामिल है. आइए इस स्कीम के बारे में डिटेल में जानते हैं.

ice) में ऐसा नहीं है. इसके अलावा पोस्ट ऑफिस की सेविंग्स स्कीम्स में बेहद कम राशि से निवेश शुरू किया जा सकता है. पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स में किसान विकास पत्र (KVP)​ भी शामिल है. आइए इस स्कीम के बारे में डिटेल में जानते हैं.

ब्याज दर
पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र में मौजूदा समय में सालाना 6.9 फीसदी की ब्याज दर मौजूद है. यह ब्याज दर 1 अप्रैल 2020 से लागू है. ब्याज को सालाना आधार पर कंपाउंड किया जाता है. इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम में निवेश की गई राशि 124 महीने यानी 10 साल और 4 महीने में दोगुनी हो जाती है.
निवेश की राशि
किसान विकास पत्र में कम से कम 1000 रुपये का निवेश किया जा सकता है. इस स्कीम में 100 रुपये के मल्टीपल में निवेश करना होगा. निवेश की कोई अधिकतम सीमा मौजूद नहीं है.
कौन खोल सकता है अकाउंट?
इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम में एक वयस्क या तीन वयस्क तक साथ मिलकर ज्वॉइंट अकाउंट खोल सकते हैं. इसके अलावा इस योजना में नाबालिग की ओर से अभिभावक या कमजोर दिमाग के व्यक्ति की ओर से अभिभावक भी खाता खोल सकता है. इस स्कीम में 10 साल से ज्यादा उम्र का व्यक्ति अपने खुद के नाम में भी अकाउंट खोल सकता है.
मैच्योरिटी
डाकघर की इस योजना में जमा की गई राशि वित्त मंत्रालय द्वारा जमा की तारीख से समय-समय पर निर्धारित की गई मैच्योरिटी की अवधि पर मैच्योर होगी.
अकाउंट को मैच्योरिटी से पहले बंद करना
किसान विकास पत्र स्कीम में कुछ स्थितियों में मैच्योरिटी से पहले किसी भी समय बंद किया जा सकता है. इसमें सिंगल अकाउंट होल्डर की मौत या ज्वॉइंट अकाउंट में सभी खाताधारकों की मौत हो जाने की स्थिति में अकाउंट बंद किया जा सकता है. इसके अलावा कोर्ट के आदेश पर भी खाता बंद हो सकता है. इसके अलावा जमा की तारीख से 2 साल और 6 महीने बाद खाता बंद किया जा सकता है.


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