मौद्रिक नीति का प्रभाव: 0.50% रेपो रेट बढ़ाने से आपकी EMI पर कितना फर्क पड़ेगा
बिज़नेस न्यूज़: भारतीय रिजर्व बैंक ने आज नई मौद्रिक नीति की घोषणा की। इसके तहत महंगाई पर लगाम लगाने के लिए रेपो रेट में 0.50% का इजाफा किया है। इस इजाफे के बाद रेपो रेट 5.40% से बढ़कर 5.90% हो गई है। इससे होम लोन,ऑटो और पर्सनल लोन महंगा हो सकता है और आपको ज्यादा EMI चुकानी होगी।
कितनी बढ़ेगी ईएमआई: मान लीजिए आप ने 7.55 फीसद के रेट पर 20 साल के लिए 30 लाख रुपए का होम लोन लिया है। लोन की EMI 24260 रुपए है। 20 साल में आपको इस रेट से 28,22,304 रुपए का ब्याज देना होगा। यानी, आपको 30 लाख के बदले कुल 58,22,304 रुपए चुकाने होंगे। अब आपके लोन लेने के एक महीने बाद RBI रेपो रेट में 0.50% का इजाफा कर देता है। इस कारण बैंक भी 0.50% ब्याज दर बढ़ा देते हैं। अब जब आपका एक दोस्त उसी बैंक में लोन लेने के लिए पहुंचता है तो बैंक उसे 7.55% की जगह 8.05% रेट ऑफ इंटरेस्ट बताता है। आपका दोस्त भी 30 लाख रुपये का ही लोन 20 साल के लिए लेता है, लेकिन उसकी EMI 25,187 रुपये की बनती है। यानी आपकी EMI से 927 रुपए ज्यादा। इस वजह से आपके दोस्त को 20 वर्षों में कुल 60,44,793 रुपये चुकाने होंगे। ये आपकी रकम से 2,22,489 रुपये ज्यादा है।
अगर आपका लोन फिक्स्ड है तो इसमें आपके लोन कि ब्याज दर शुरू से आखिर तक एक जैसी रहती है। इस पर रेपो रेट में बदलाव का कोई फर्क नहीं पड़ता।