टमाटर और प्याज की कीमतों में भारी उछाल, ये है बड़ी वजह

फेस्टिव सीजन शुरू हो गया है और लगातार बढ़ रही महंगाई ने आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है.

Update: 2021-10-13 03:17 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फेस्टिव सीजन शुरू हो गया है और लगातार बढ़ रही महंगाई ने आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. इसी के साथ अब सब्जियों की कीमत भी आसमान छूने लगी है. दिल्ली की मंडियों में टमाटर और प्याज के भाव में बड़ी तेजी देखी जा रही है.

महंगाई डायन खाए जात है
एक तरफ जहां महंगाई दर घटी है वहीं, दूसरी तरफ सब्जियों की खुदरा रेट में तेजी आई है. इसकी वजह बाहर से दिल्ली आने वाली सप्लाई पर पड़े असर को माना जा रहा है. कर्नाटक और महाराष्ट्र से दिल्ली में टमाटर और प्याज की सप्लाई होती है, लेकिन वहां भारी बारिश के चलते सब्जियों की सप्लाई में दिक्कत हो रही है. इसके अलावा डीजल की बढ़ती महंगाई ने भी सब्जियों के दाम बढ़ा दिए हैं.
व्यापारियों का कहना है कि होलसेल और खुदरा कीमतों में बहुत बड़ा अंतर दिख रहा है. टमाटर और प्याज के अलावा बाकी सब्जियों के भाव भी तेजी से बढ़ रहे हैं. कर्नाटक और महाराष्ट्र में अगर स्थिति ठीक नहीं हुई तो सब्जियों के भाव में कोई गिरावट देखने को नहीं मिलेगी.
प्याज के भाव ने फिर रुलाया
लक्ष्मी नगर के सब्जी व्यवसायी रमेश साहू ने 'PTI' को बताया कि टमाटर और प्याज के भाव में बड़ी तेजी देखी जा रही है. साहू के मुताबिक, टमाटर के भाव 50 से 55 के बीच चल रहे हैं जबकि पहले इसकी रेट 40 रुपये प्रति किलो थी. इसी तरह प्याज की कीमतों में भी उछाल आया है और अभी रेट 50 रुपये प्रति किलो है. पहले प्याज के भाव 35-40 रुपये पर चल रहे थे. खुदरा में ये भाव इसलिए बढ़े हैं क्योंकि थोक की कीमतों तेजी से बढ़ी हैं.
मंडियों का कैसा है हाल?
अगर मंडियों पर नजर डालें तो गाजीपुर होलसेल वेजिटेबल एंड फ्रूट मार्केट के अध्यक्ष एसपी गुप्ता कहते हैं, प्याज और टमाटर जैसी सब्जियों के दाम में होलसेल में 10-15 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है. चूंकि इन सब्जियों की सप्लाई पहले की तुलना में काफी घट गई है, इसलिए दामों में उछाल देखा जा रहा है. यह महंगाई थोक और खुदरा दोनों तरह के बाजारों में है. एसपी गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में ज्यादातर टमाटर और प्याज महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और कर्नाटक से आते हैं और इन राज्यों में मौसम खराब है, इसलिए महंगाई बढ़ी है. कर्नाटक और महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते सब्जियों का नुकसान हुआ है जिससे सप्लाई घट गई है और इसी के चलते भाव बढ़ गए हैं.
आखिर क्यों बढ़ रहे हैं दाम?
होलसेल में प्याज के दाम 40 रुपये प्रति किलो है जबकि 25 किलो टमाटर के भाव 900 रुपये पर चल रहे हैं. वहीं, गाजीपुर मंडी में सामान्य तौर पर प्याज की कीमत 25 रुपये प्रति किलो होती है. टमाटर के भाव भी मंडी में 16-20 रुपये के आसपास होते हैं जो कि अभी 35-36 रुपये पर चल रहे हैं. गुप्ता ने बताया कि दिल्ली में अभी इंदौर से प्याज की सप्लाई की जा रही है.
ओखला मंडी के होलसेल ट्रेडर हाजी यामीन के मुताबिक टमाटर और प्याज के दाम प्रति किलो 20 रुपये तक बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा कि ओखला मंडी में प्याज का होलसेल भाव 20 रुपये प्रति किलो होता था जो अब बढ़कर दोगुना हो गया है. व्यापारियों का कहना है कि दक्षिण प्रदेशों में भारी बारिश के चलते सब्जियों का नुकसान हुआ है. ईंधन के दाम में बढ़ोतरी ने भी महंगाई को बढ़ा दिया है. तेलों के दाम बढ़ने से परिवहन और ढुलाई का खर्च बढ़ा है जिसका असर होलसेल और खुदरा कीमतों पर देखा जा रहा है.


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