कोरोना काल के दूसरे वेव से कब तक उबरेगा ये ऑटो सेक्टर, बिक्री में आई गिरावट
कोरोना वायरस
भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने हर कंपनी के बिजनेस को ठप कर दिया है. इस महामारी के कारण अब तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. ऐसे में कई कंपनियों ने फिलहाल के लिए अपने प्रोडक्शन को रोक दिया है. महामारी का असर ज्यादातर ऑटो सेक्टर पर हुआ है जिसमें फोर व्हीलर और टू व्हीलर गाड़ियां शामिल हैं. यानी की जिन कंपनियों ने पिछले साल त्योहारी सीजन का फायदा उठाकर अपनी सेल्स के नुकसान की भरपाई की थी उन्हें एक बार फिर बड़ा नुकसान हुआ है.
उद्योग सूत्रों के अनुसार वाहनों डीलरों का निकाय एफएडीए (फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसएिशंस) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास को पत्र लिखकर तत्काल राहत देने का आग्रह करते हुए उन्हें क्षेत्र को हो रही कठिनाइयों से अवगत कराया है. इसके अलावा उद्योग संगठन ने कोरोना वायरस महामारी के लिये जिस राज्य में जितने दिन तक 'लॉकडाउन' लगाया गया है, उतने दिनों तक कर्ज या उसकी किस्त लौटाने की मोहलत देने का अनुरोध किया है.
भारत में बिक्री में आई गिरावट
भारत की अगर बात की जाए तो वाहनों की बिक्री के मामले में मार्च के मुकाबले अप्रैल महीने में वाहनों की बिक्री में काफी गिरावट आई है. इस दौरान टूव्हीलर, थ्री व्हीलर से लेकर पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल्स के सेगमेंट में काफी गिरापट दर्ज की गई है.
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA)की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2021 में 11,85,374 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ. वहीं मार्च 2020 में 16,49,678 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था. इस हिसाब से मार्च 2021 की तुलना में अप्रैल 2021 में वाहनों की बिक्री में 28.1 फीसदी की गिरावट आई है. जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना के कारण पिछले साल अप्रैल में देश भर में लॉकडाउन लगा हुआ था जिसके कारण कोई सेल नहीं हुई थी. इसलिए FADA ने अप्रैल 2021 में हुई बिक्री की तुलना मार्च 2021 से की है.
त्योहारी सीजन से एक बार फिर है ऑटो सेक्टर को उम्मीद
बता दें कि पिछले साल जब देश में कोरोना की पहली लहर ने दस्तक दी थी तब भी ऑटो सेक्टर को कुछ इसी तरह का नुकसान हुआ था. लेकिन नवंबर से दिसबंर के बीच कंपनियों ने इसकी भरपाई कर ली. ऑटो सेक्टर ने इस दौरान त्योहारी सीजन का फायदा उठाया और ग्राहकों को खूब गाड़ियां बेची. ऐसे में इस बार भी इस सेक्टर के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है और लोग भी लॉकडाउन के कारण कुछ नहीं खरीद पा रहे. ऐसे में एक बार फिर ऐसा हो सकता है कि त्योहारी सीजन ऑटो सेक्टर को जीवनदान दे दे.