HDFC बैंक में HDFC (हाउसिंग डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) के मर्जर के बाद भले ही बैंक देश का एक बड़ा बैंक बन गया हो लेकिन अब वहां से ऐसी खबर सामने आ रही है, जिसने सभी शेयर होल्डरों को सोचने पर मजबूर कर दिया है. दरअसल कंपनी के सीईओ शशिधर जगदीशन ने एजीएम की बैठक में कहा है कि हमारे लिए फंडिंग एक बड़ी समस्या के तौर पर सामने आई है. उन्होंने कहा कि सितंबर में कंपनी के शुद्ध ब्याज मार्जिन में कमी आ सकती है. ये बात उन्होंने मर्जर के बाद हुई पहली एजीएम में कही.
क्या बोले शशिधर जगदीशन?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एचडीएफसी के सीईओ शशिधन जगदीशन ने कहा कि हमेशा से ही मर्जर के लिए फंडिंग सबसे बड़ी समस्या के तौर पर सामने आता रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि इससे शुद्ध ब्याज मार्जिन प्रभावित हो सकता है. हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि कर्मचारियों का उत्साह बुलंद है और हम इससे निकलने में पूरी तरह से कामयाब रहेंगे. उन्होंने कहा कि कंपनी के निदेशक और कर्मचारी इस बात ये पूरी तरह से अवगत हैं कि आखिर उन्हें करना क्या है?
बॉन्ड जारी कर पैसा जुटाने की है योजना
जगदीशन ने कहा कि उन्होंने पैसे की इस कमी से निपटने के लिए उपाय ढूंढ़ा है. उन्होंने कहा कि बैंक बॉन्ड जारी कर 50 हजार करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए शेयरधारकों की अनुमति ली गई है. उन्होंने सितंबर में शुद्ध ब्याज मार्जिन पर असर पड़ने की वजह का भी खुलासा किया. उन्होंने कहा कि शुद्ध ब्याज मार्जिन पर इसलिए असर पड़ सकता है क्यों कि HDFC बैंक के कम ब्याज वाले होम लोन का अनुपात ज्यादा है.यह सितंबर तिमाही के नतीजों से दिखाई देगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि होम लोन ज्यादा लाभ प्रदान करने में मददगार होते हैं.
1 जुलाई से लागू हुआ है मर्जर
HDFC और HDFC बैंक के बीच का मर्जर 1 जुलाई से लागू हो चुका है. सितंबर में आने वाले नतीजे इस मर्जर के बाद काम करने वाले इस समूह के पहले नतीजे होने जा रहे हैं. HDFC बैंक का लक्ष्य 4 लाख करोड़ रुपये जुटाने का है, जिससे वो अपने होम लोन को 18 प्रतिशत तक ले जा सके. सीईओ ने कहा कि आने वाले समय में मार्जिन में कमी देखने को मिल सकती है.
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