इस दिन से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड बेचेगी सरकार
वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2021-22 की अगली किस्त में 25 अक्टूबर से पांच दिनों के लिए निवेश किया जा सकता है
वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2021-22 की अगली किस्त में 25 अक्टूबर से पांच दिनों के लिए निवेश किया जा सकता है. गोल्ड बॉन्ड की 2021-22 सीरीज के तहत अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 के बीच चार चरणों में बॉन्ड जारी किए जाएंगे. इस सीरीज के तहत मई 2021 से सितंबर 2021 तक छह चरण में बॉन्ड जारी किए गए हैं.
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 2021-22 सीरीज-8 की सदस्यता अवधि 25 अक्टूबर से 29 अक्टूबर होगी और बॉन्ड दो नवंबर को जारी किए जाएंगे. ये बॉन्ड बैंकों (स्मॉल फाइनेंश बैंक और पेमेंट बैंक्स को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएस), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया और और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) के माध्यम से बेचे जाएंगे.
8 वर्ष के लिए होगी बॉन्ड की अवधि
बॉन्ड भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा भारत सरकार की ओर से जारी किए जाएंगे. इसके लिए सोने का भाव सदस्यता अवधि से पहले के सप्ताह के अंतिम तीन कार्य दिवसों के लिए भारतीय सर्राफा एवं आभूषण संघ लिमिटेड द्वारा प्रकाशित 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के औसत के बराबर होगा. बॉन्ड की अवधि आठ वर्ष के लिए होगी और पांचवें वर्ष के बाद बाहर निकलने का विकल्प भी होगा.
मंत्रालय ने कहा कि निवेशकों को ऑनलाइन आवेदन और डिजिटल तरीके से भुगतान करने पर 50 रुपए प्रति ग्राम की छूट दी जाएगी और इस योजना में निवेश करने पर ब्याज के रूप में अतिरिक्त प्रतिफल भी मिलेगा. योजना में न्यूनतम एक ग्राम सोने का निवेश किया जा सकता है.
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
सॉवरेन बॉन्ड के जरिए आप गोल्ड में वर्चुअली निवेश करते हैं. रिटर्न के लिहाज से इसे बेहतर माना जाता है. एक्सपर्ट सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को फिजिकल गोल्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित भी बताते हैं. अगर शुद्धता की बात करें तो सॉवरेन गोल्ड वर्चुअल यानी इलेक्ट्रॉनिक रूप में रहता है, इसलिए इसकी शुद्धता पर कोई संदेह की गुंजाइश ही नहीं रह जाती.