100 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी सरकार, कानूनी सलाहकार के लिये ये 5 कंपनियां होंगे शामिल

कानूनी सलाह के लिए 30 सितंबर को ये पांच कंपनियां रेस में विभाग के समक्ष प्रस्तुति देंगी

Update: 2021-09-24 16:20 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-  अर्न्स्ट एंड यंग एलएलपी और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स सहित कम से कम पांच कंपनियां राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड ( Rashtriya Ispat Nigam) में सरकार की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री के लिए लेनदेन सलाहकार के रूप में काम करने की होड़ में हैं. निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) की वेबसाइट पर डाले गए एक नोटिस के अनुसार, डेलॉयट टच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और आरबीएसए कैपिटल एडवाइजर्स एलएलपी ने भी आरआईएनएल बिक्री के प्रबंधन के लिए सलाहकार के रूप में काम करने के लिए बोली लगायी है.

ये 5 कंपनियां 30 सितंबर को विभाग के समक्ष प्रस्तुति देंगी. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी का प्रबंधन करने वाले DIPAM ने सात जुलाई को RINL या विजाग स्टील के लिए लेनदेन सलाहकार नियुक्त करने की खातिर प्रस्ताव अनुरोध (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) जारी किया था. बोली लगाने की आखिरी तारीख 28 जुलाई थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 26 अगस्त कर दिया गया.
कानूनी सलाह के लिए पांच कंपनियां रेस में
DIPAM सलाहकार सेवाएं प्रदान करने और आरआईएनएल में सरकार की हिस्सेदारी और साथ ही आरआईएनएल की अनुषंगियों/संयुक्त उद्यमों में हिस्सेदारी के रणनीतिक विनिवेश के प्रबंधन के लिए एक लेनदेन सलाहकार नियुक्त करेगा. इसके अलावा कानूनी सेवाएं प्रदान करने वाली पांच कंपनियों ने आरआईएनएल की बिक्री के लिए कानूनी सलाहकार के तौर पर काम करने की खातिर बोलियां दी हैं. वे 30 सितंबर को DIPAM के सामने प्रस्तुति देंगी.
आंध्र प्रदेश में स्थित है यह कंपनी
टाटा स्‍टील के बाद अब गुजरात की कंपनी एएमएनएस इंडिया (AMNS India), राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL) के लिए बोली लगाने की तैयारी कर रही है. RINL सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी है, जिसमें सरकार अपनी हिस्‍सेदारी बेचने जा रही है. RINL आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम स्थित विशेष इस्पात बनाने वाली कंपनी है. यह कंपनी इस्पात मंत्रालय के तहत आती है. कंपनी राज्य में 73 लाख टन के इस्पात संयंत्र का परिचालन करती है.


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