सरकार ने नारियल किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए बदला 40 साल पुराना कानून

आमदनी बढ़ाने के लिए बदला 40 साल पुराना कानून

Update: 2021-08-04 12:16 GMT

संसद ने बुधवार को कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड (अमेंडमेंट) बिल, 2021 पारित कर दिया. लोकसभा में पेगासस 'जासूसी' मामले और तीन कृषि कानूनों पर भारी हंगामे के बीच इस बिल को पास कर दिया गया. इस बिल के जरिये नारियल विकास बोर्ड में 'नॉन एक्जिक्यूटिव चेयरमैन' का पद बनाने का प्रावधान किया गया है. पिछले हफ्ते इस बिल को राज्यसभा से पारित कर दिया गया था.

संसद में भारी हंगामे के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस बिल को पेश किया. पेगासस मामले और कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध के बीच संसद पटल पर बिल को रखा गया. सदन में बिना किसी चर्चा के इस बिल को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. बिल के बारे में कृषि मंत्री ने कहा कि इससे देश के अलग-अलग राज्यों के नारियल किसानों को फायदा होगा.
क्या हुआ कानून में बदलाव
नया बिल कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड एक्ट, 1979 में संशोधन करता है और बोर्ड में नॉन एक्जिक्यूटिव चेयरमैन की नियुक्ति की मंजूरी देता है. इसके अलावा बोर्ड में एक चीफ एक्जिक्यूटिव ऑफिसर और एक्स-ऑफिसियो जाइंट सेक्रेटरी की नियुक्ति हो सकेगी. ये नियुक्त भारत सरकार के लिए की जाएगी. अभी बोर्ड में कुल चार मेंबर हैं, लेकिन नए बिल के मुताबिक कुल छह मेंबर की नियुक्ति हो सकेगी.
नारियल विकास बोर्ड (CBD) देश में नारियल की खेती और उससे जुड़े उद्योग को बढ़ावा देने में मदद करता है. यह बोर्ड नारियल विकास के लिए कृषि मंत्रालय के अंतर्गत काम करता है. नारियल रोपने की सामग्री के उत्पादन और वितरण, नारियल के तहत क्षेत्र के विस्तार, उत्पादकता में सुधार, बड़े पैमाने पर खेती की योजनाएं बनाने, नारियल पानी, खोपरा, नारियल तेल, कच्चे गिरी, नारियल केक से जुड़े काम यह बोर्ड करता है. इसके साथ ही नारियल उत्पादों की प्रोसेसिंग और नई-नई टेक्नोलॉजी के बारे में किसानों को जानकारी दी जाती है.
बोर्ड का काम
नारियल विकास बोर्ड नारियल उद्योग के विकास के लिए नए-नए उपाय बताता है. नारियल खेती और उद्योग से जुड़े लोगों को तकनीकी सलाह देता है. नारियल की खेती के लिए किसानों को आर्थिक सहायता देता है. नारियल और उसके उत्पादों के सही कीमत मिल सके, इसके लिए उपाय बताता है. नारियल और इससे जुड़े उत्पादों की सही मार्केटिंग, ब्रांडिंग हो सके, इस पर अपनी राय रखता है. नारियल से जुड़े उत्पाद का आयात-निर्यात बढ़ाने के लिए नियमों की सिफारिश करता है. नारियल का उत्पादन बढ़ाने और नारियल की क्वालिटी और पैदावार में सुधार लाने के लिए योजनाएं चलाता है. नारियल की खेती और उत्पादों को कैसे बढ़ाया जाए, इस पर रिसर्च को बढ़ावा देता है. नारियल और इससे जुड़े आंकड़ों को इकट्ठा करता है और उसे प्रकाशित करता है.
नारियल से बनने वाले उत्पाद
नारियल विकास बोर्ड नारियल दूध पाउडर, डाब पानी का पैकेजिंग और उसका प्रिजर्वेशन, नारियल पानी पर आधारित सिरका, नारियल तेल के निर्माण के लिए नई-नई टेक्नोलॉजी विकसित करता है. इसके बारे में किसानों को जानकारी दी जाती है और प्रोसेसिंग के लिए बढ़ावा दिया जाता है. नारियल पानी, नीरा, नारियल फ्लालर सिरप, नारियल गुड़, नारियल शर्करा, खोपड़ा, ताजा गरी, नारियल खली, नारियल ताड़ी, नारियल खोपड़ी आधारित उत्पाद, नारियल लकड़ी आधारित उत्पाद, नारियल पत्ता, कॉयर गूदा जैसे उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए काम करता है. इसके अलावा नाटा-डि-कोको, खोपड़ी कोयला, अक्षत नारियल तेल, नारियल दूध क्रीम, डिब्बाबंद डाब पानी, खोपड़ी पाउडर बनाने का काम करता है.
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