स्टॉक मार्केट में तेजी से सोने की चमक में आई गिरावट, इन वजहों से Gold ETF से हुई निकासी

लगातार सात महीनों के नेट फ्लो के बाद, जुलाई में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों

Update: 2021-08-23 10:05 GMT

लगातार सात महीनों के नेट फ्लो के बाद, जुलाई में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (Gold ETFs) में 61 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी देखने को मिली है. निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से अपना पैसा निकालकर इक्विटी और डेट फंडों में लगाया जिसने बेहतर रिटर्न दिया है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के आंकड़ों से पता चलता है कि कैटेगरी में निगेटिव फ्लो के बावजूद जुलाई में फोलियो की संख्या बढ़कर 19.13 लाख हो गई, जो पिछले महीने 18.32 लाख थी.

फरवरी 2020, नवंबर 2020 और जुलाई 2021 को छोड़कर, गोल्ड ईटीएफ में निवेश अगस्त 2019 से लगातार बढ़ रहा है. गोल्ड ईटीएफ कैटेगरी में दिसंबर 2020 से लगातार प्रवाह देखने को मिला है. इस साल जुलाई में 61.5 करोड़ रुपए की निकासी देखने को मिली. यह जून में 360 करोड़ रुपए और मई में 288 करोड़ रुपए के निवेश तुलना में काफी अलग था.

6 महीने में 3107 करोड़ रुपए का निवेश

साल के पहले छह महीनों के दौरान निवेशकों ने ऐसे इंस्ट्रूमेंट्स में 3,107 करोड़ रुपए लगाए. हालिया निकासी से पहले, गोल्ड ईटीएफ से नवंबर 2020 में 141 करोड़ रुपए और फरवरी 2020 में 195 करोड़ रुपए की निकासी हुई थी.

इन वजहों से Gold ETF से हुई निकासी

LXME की फाउंडर प्रीति राठी गुप्ता ने गोल्ड ईटीएफ से ताजा निकासी के लिए दो कारकों को जिम्मेदार ठहराया है. पहला- सोने की कीमतें कुछ समय के लिए हाई पर पहुंच गई थी, लेकिन कीमतों में गिरावट के बाद निवेशकों ने इसमें से अपना पैसा निकाला और बेहतर रिटर्न वाले इक्विटी और डेट फंडों में निवेश किया.

पिछले महीने इक्विटी म्यूचुअल फंड में 22,583 करोड़ रुपए का निवेश हुआ जबकि डेट फंडों 73,964 करोड़ रुपए का निवेश आया.गोल्ड ईटीएफ मूल रूप से एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं जो सोने में निवेश करते हैं. इनका शेयर बाजार में कारोबार होता है और सोने में सीधा निवेश होता है.

हालिया निकासी के बावजूद, गोल्ड ईटीएफ की एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) जुलाई के अंत में बढ़कर 16,750 करोड़ रुपए हो गई, जो जून के अंत में 16,225 करोड़ रुपए थी.

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