कोरोना से प्रभावित हुई भारत में सोने की मांग, तीसरी तिमाही में 30 फीसदी गिरावट

विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी से जुड़े व्यवधानों तथा ऊंची कीमतों...

Update: 2020-10-29 11:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी से जुड़े व्यवधानों तथा ऊंची कीमतों के कारण सितंबर तिमाही में भारत में सोने की मांग साल भर पहले की तुलना में 30 फीसदी कम होकर 86.6 टन पर आ गई। पिछले साल की सितंबर तिमाही में सोने की कुल मांग 123.9 टन रही थी। 

दूसरी तिमाही से अधिक रही मांग 

मूल्य के आधार पर, इस दौरान सोने की मांग पिछले साल के 41,300 करोड़ रुपये की तुलना में चार फीसदी कम होकर 39,510 करोड़ रुपये पर आ गई। विश्व स्वर्ण परिषद के प्रबंध निदेशक (भारत) सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि कोविड-19 से जुड़े व्यवधानों, कमजोर उपभोक्ता धारणा, ऊंची कीमतें और उथल-पुथल के कारण 2020 की तीसरी तिमाही में सोने की मांग 30 फीसदी घटकर 86.6 टन रह गई। हालांकि यह दूसरी तिमाही से अधिक है। 

48 फीसदी कम हुई आभूषण मांग

दूसरी तिमाही में सोने की मांग साल भर पहले की तुलना में 70 फीसदी कम होकर 64 टन पर आ गई थी। तिमाही आधार पर मांग में सुधार का कारण लॉकडाउन की पाबंदियों में ढील मिलना तथा अगस्त में कुछ समय के लिए कीमतों का कम होना है। उन्होंने कहा कि अगस्त में कुछ समय कीमतें कम होने से कुछ दिलचस्प लोगों को खरीदारी करने का मौका मिला। इस दौरान भारत की कुल आभूषण मांग साल भर पहले के 101.6 टन से 48 फीसदी कम होकर 52.8 टन पर आ गई। मूल्य के संदर्भ में आभूषणों की मांग साल भर पहले के 33,850 करोड़ रुपये से 29 फीसदी गिरकर 24,100 करोड़ रुपये पर आ गई।

52 फीसदी बढ़ी निवेश मांग

इस दौरान कुल निवेश मांग साल भर पहले के 22.3 टन से 52 फीसदी बढ़कर 33.8 टन पर पहुंच गयी। सोमसुंदरम ने कहा कि, 'तीसरी तिमाही में मांग आम तौर पर मॉनसून जैसे मौसमी कारकों और पितृ-पक्ष और अधिक मास जैसी अशुभ अवधियों के कारण कम होती है। आभूषणों की मांग में 48 फीसदी की गिरावट आयी है, क्योंकि आभूषणों की खरीदारी में त्योहारों या शादियों का कोई समर्थन नहीं था।' 

आयात में सुधार

इसके अलावा, उन्होंने बताया कि देश में आभूषण खरीदना एक अनुभव है और सामाजिक सुरक्षित दूरी तथा मास्क पहनने जैसी पाबंदियों ने खुदरा स्टोरों में उपभोक्ता स्तर को कम रखा है। उन्होंने कहा कि तीसरी तिमाही में भारत में 41.5 टन सोने का पुनर्चक्रण हुआ। यह साल भर पहले की समान तिमाही के 36.5 टन से 14 फीसदी अधिक है। सोमसुंदरम ने कहा कि, 'ऊंची कीमतों के कारण पुनर्चक्रण 14 फीसदी बढ़कर 41.5 टन पर पहुंच गया।' उन्होंने कहा कि त्योहारी मांग की उम्मीद तथा आपूर्ति श्रृंखला संबंधी बाधाओं के दूर होने से आयात में सुधार हुआ है। यह पिछली तिमाही में महज नौ टन था, जो अब बढ़कर 90.5 टन हो गया है।

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