GoAir बदलकर हुई Go First, कंपनी ने कोरोना में बनाया रिब्रांडिंग का ये नया प्लान, जानिए क्यों
यह रिब्रांडिंग कल के उज्जवल आत्मविश्वास को दर्शाता है. उन्होंने कहा, गो फर्स्ट टीम ब्रांड को डिलीवर करने और 'You Come First' को हकीकत बनाने का प्रयास करेगी.
वाडिया ग्रुप (Wadia group) की लो-कॉस्ट एयरलाइन गो एयर (GoAir) ने खुद को गो फर्स्ट (Go First) के रूप में रिब्रांड किया है. 15 साल पुरानी एयरलाइन अल्ट्रा लो कॉस्ट बिजनेस पर फोकस करने के चलते ये फैसला लिया है. बता दें कि कोरोना महामारी से एविएशन इंडस्ट्री जूझ रही है. इसका असर गो एयर पर भी पड़ा है. इससे उबरने के लिए यह अब लो कॉस्ट बिजनेस मॉडल पर फोकस करेगी.
इस बीच यह भी कहा गया है कि एयरलाइन अपनी महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाओं के लिए धन जुटाने के लिए एक इनिशियल शेयर सेल की तैयारी कर रही है. बयान में कहा गया है कि यह कहा गया है कि अल्ट्रा-लो-कॉस्ट कैरियर (ULCC) के रूप में Go First अपने बेड़े में सिंगल एयरक्राफ्ट जैसा संचालन करेगा, जिसमें वर्तमान में एयरबस A320 और A320Neos (नए इंजन विकल्प) दोनों विमानों के संचालन में हैं.
एविएशन मार्केट में मार्च में GoAir की हिस्सेदारी 7.8 फीसदी थी. जून 2014 में पहली बार इस एयरलाइन की हिस्सेदारी 10 फीसदी के पार हुई थी. कुछ मौकों को छोड़ दें तो यह पिछले साल महामारी के आने तक 10 फीसदी रेंज में मंडराता रहा.
ULCC मॉडल पर फोकस
एयरलाइन ने कहा कि नवीनतम सुधार के केंद्र में ULCC मॉडल पर फोकस होगा और इस नए ब्रांड के तहत अपने सभी परिचालनों को बदलाव करेगी. बता दें कि COVID-19 की दूसरी लहर के कारण यात्रियों की संख्या में कमी और यात्रा प्रतिबंधों से एयरलाइंस इंडस्ट्रीज जूझ रही है.
गो फर्स्ट के सीईओ कौशिक कोहना ने कहा कि एयरलाइन पिछले 15 महीनों के कठिन समय के दौरान लचीला रही है. यहां तक कि समय भी असाधारण बना रहा है, गो फर्स्ट आगे के अवसरों को देखता है. यह रिब्रांडिंग कल के उज्जवल आत्मविश्वास को दर्शाता है. उन्होंने कहा, गो फर्स्ट टीम ब्रांड को डिलीवर करने और 'You Come First' को हकीकत बनाने का प्रयास करेगी.