SBI से लेकर इन बैंकों ने जमकर, कमाया मुनाफा देश के बैंक हुए मालामाल
बैकिंग सेक्टर के कुल फायदे में सरकारी बैंको की हिस्सेदारी भी तगड़ी रही है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस दौरान देश के 12 सरकारी बैंकों में से केवल 2 बैंक नुकसान में रहे हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना के कारण आम जनता से लेकर सरकार परेशान रही. वहीं इकोनॉमी की गति भी धीमी पड़ गई. देश की जीडीपी 40 में पहली -7.3 पर आ गई. लेकिन इस दौरान देश के बैकिंग सेक्टर की चांदी रही. सरकारी बैंकों से लेकर प्राइवेट बैंकों ने जमकर मुनाफा कमाया. वित्त वर्ष 2021 में बैंकिंग सेक्टर ने 1,02,252 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज किया है. जबकि इससे पहले यानी वित्तवर्ष 2019 में भारती बैकिंग इंडस्ट्री को करीब 5000 करोड़ का नुकसान झेलना पड़ा था.
मुनाफे की बात की जाए तो देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक का मुनाफा 31,116 करोड़ रुपए रहा जो पूरी बैकिंग सेक्टर का 30 फीसदी हिस्सा होता है. तो वहीं देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने भी इस दौरान ताबड़तोड़ कमाई की है.
क्यों बढी बैंकों की कमाई
कोरोना काल में देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक की हिस्सेदारी 20,410 करोड़ रुपए रही जो कुल मुनाफे का 20 फीसदी होता है. तो वहीं आईसीआईसीआई का मुनाफा 16,192 करोड़ रुपए का रहा है. जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले दोगुना से भी अधिक है. दरअसल बैकों के मुनाफे का सबसे बड़ा कारण रहा सरकारी बैंकों की लेंडिंग की रफ्तार धीमी रही और इसका फायदा निजी बैंकों को मिला. सरकारी बैकों के मुकाबले निजी बैकों ने लेंडिंग रफ्तार तेज कर दी. खासकर कोरोना काल में भी निजी बैंक लेडिंग के मामले में सरकारी बैकों से ज्यादा एक्टिव रहे.
12 में से केवल दो बैक को नुकसान
बैकिंग सेक्टर के कुल फायदे में सरकारी बैंको की हिस्सेदारी भी तगड़ी रही है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस दौरान देश के 12 सरकारी बैंकों में से केवल 2 बैंक नुकसान में रहे हैं. खास बता यह रही कि ये सरकारी बैंक 5 साल में पहली क्लेक्टिव नेट प्राफिट मे आ गए. जिन बैकों को घाटा भी हुआ है उनके नुकसान की तुलना फिछले साल से की जाए तो वो कम ही रहा है.
बैड लोन भी बना बड़ा कारण
बैकों के मुनाफे का एक बड़ा कारण यह भी रहा है कि इस दौरान कई बड़े बैंक बैड लोन की समस्या से बाहर आ गए. वहीं मार्च तिमाही नतीजों की बात करें तो देश के 3 सबसे बड़े बैकों को प्रदर्शन शानदार रहा है. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने जहां 80 फीसदी का मुनाफा हासिल किया है. वहीं देश के दो बड़े प्राइवेट बैंकों की ग्रोथ भी शानदार रहे है. इसके अलावा सरकार भी विलय और मर्जर के जरिए बैंकों की स्थिति और मजबूत करने पर लगातार काम कर रही है.