DHFL के लिए अडाणी समेत पीरामल ग्रुप के चार कंपनियों ने लगाई बोली

वित्तीय कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) डीएचएफएल के लिए बोली लगाने वाली चार कंपनियों |

Update: 2020-10-19 07:01 GMT

वित्तीय कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) डीएचएफएल के लिए बोली लगाने वाली चार कंपनियों में अडानी ग्रुप और पीरामल एंटरप्राइजेज शामिल हैं. डीएचएफएल दिवालिया प्रक्रिया में रखी गई पहली वित्तीय सेवा कंपनी है.

विदेशी कंपनियां भी शामिल

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि अमेरिका स्थित ओकट्री (Oaktree) और हांगकांग स्थित एससी लॉवी (SC Lowy) ने अंतिम बोली दाखिल करने के आखिरी दिन 17 अक्टूबर को डीएचएफएल के लिए बोली लगाई.

गौरतलब है कि हाल में ही सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लि. (डीएचएफएल) को दिए 3,688.58 करोड़ रुपये के लोन को फ्रॉड घोषित किया है.

कई घोटालों में शामिल है DHFL

यह वही कंपनी है जिसकी येस बैंक में भी लोन धोखाधड़ी को लेकर जांच चल रही है. कंपनी के प्रमोटर वधावन बंधु गिरफ्तार हैं और प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी संपत्ति कुर्क की है. येस बैंक लोन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बैंक के पूर्व प्रमुख राणा कपूर और DHFL के प्रमोटर्स कपिल वधावन और धीरज वधावन की 2400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की है.इसमें राणा कपूर की 1000 करोड़ रुपये और वधावन बंधुओं की 1400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी शामिल है.

नवंबर में दिवालिया प्रक्रिया को मिली थी मंजूरी

भारतीय रिजर्व बैंक ने नवंबर में डीएचएफएल को दिवालिया प्रक्रिया के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एनसीएलटी) के हवाले किया था. डीएचएफएल पहली वित्तीय कंपनी है, जिसे आरबीआई ने धारा 227 के तहत विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए एनसीएलटी में भेजा ​था. इससे पहले कंपनी के बोर्ड को बर्खास्त कर दिया गया था और आर सुब्रमण्यम कुमार को प्रशासक नियुक्त किया गया. वह आईबीसी के तहत रेजोल्यूशन प्रोफेशनल भी हैं.

अडानी ग्रुप ने 40 हजार करोड़ की बोली लगाई

सूत्रों के अनुसार, ओकट्री ने पूरी कंपनी के लिए बोली लगाई है और बोली 20,000 करोड़ रुपये की है, जबकि कंपनी की देनदारी 95,000 करोड़ रुपये और नकद 10,000 करोड़ रुपये हैं. इसलिए ओकट्री की बोली स्वीकार करने का मतलब बैंकों द्वारा 65,000 करोड़ रुपये की कर्ज राइट-ऑफ करना होगा.

अडानी समूह ने डीएचएफएल के 40,000 करोड़ रुपये के थोक और झुग्गी पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) पोर्टफोलियो के लिए बोली लगाई है, जिसका मूल्यांकन करीब 3,000 करोड़ किया गया है.

पीरामल ने 12 हजार करोड़ की बोली लगाई

पीरामल एंटरप्राइजेज ने डीएचएफएल के रिटेल पोर्टफोलियो के लिए बोली लगाई है. कंपनी ने इस कारोबार के लिए 12,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई है. बैंकर्स के अनुसार चौथी बोली लगाने वाली एससी लॉवी की बोली कई शर्तों के साथ है, जिस पर विचार करना संभव नहीं लगता. 

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