विदेशी निवेशकों ने निकाला भारतीय बाजार से पैसा
कोरोना की दूसरी लहर के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है
कोरोना की दूसरी लहर के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. यही वजह है कि विदेशी निवेशकों का भी भरोसा इंडियन इकोनॉमी पर डगमगाने लगा है. लगातार दो महीनों से विदेशी इंवेस्टर्स भारतीय शेयर बाजार (Share Market) से अपने पैसे निकाल रहे हैं. अप्रैल में उन्होंने करीब 9,435 करोड़ रुपए निकाले थे. वहीं अब मई महीने में उन्होंने भारतीय बाजार से 1,730 करोड़ रुपए निकाले हैं.
डिपॉजिटरीज डेटा के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने 1 मई से 28 मई के दौरान शेयर बाजार से 3,375.2 करोड़ रुपए निकाले, इसमें डेट और इक्विटी मार्केट दोनों के आंकड़े शामिल हैं. चूंकि डेट मार्केट में 1,645.8 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है इसलिए 1700 करोड़ से अधिक रुपए की निकासी हुई हे. जानकारों का कहना है कि मई में निवेशकों ने इमर्जिंग और एशियन मार्केट से भी पैसा निकाला है. इसमें साउथ कोरिया के शेयर बाजार से 8.5 अरब डॉलर और ताइवान के बाजार से 3.13 अरब डॉलर की निकासी की गई है.
आने वाले दिनों में सुधर सकते हैं हालात
भारतीय शेयर बाजार में लगातार 8 हफ्तों तक निकासी देखने के बाद विदेशी निवेश पिछले दो हफ्तों में स्थिर होने के संकेत दे रहा है. इसके अलावा भारत में कोरोना संक्रमण की दरों में भी गिरावट देखने को मिल रही है. वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ रही है. ऐसे में ये एक सकारात्मक संकेत के तौर पर देखा जा रहा है. ऐसे में बाजार के जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में हालात बेहतर होंगे. साथ ही धीरे-धीरे लॉकडाउ में रियायत देने पर आर्थिक विकास की रफ्तार में तेज देखने को मिल सकती है. इससे शेयर बाजार में भी फायदा होगा.