नई दिल्ली : एडटेक कंपनी बायजूस ने एक बड़ा निर्णय लिया है। दरअसल पैसों की कमी से जूझ रही बायजूस ने 30 ट्यूशन सेंटरों को बंद करने का निर्णय लिया है। आपको बता दें की कंपनी काफी समय से पैसों की कमी से जूझ रही है। वहीं इसको लेकर कंपनी का कहना कि बाकी के 262 ट्यूशन सेंटर हाइब्रिड मॉडल पर ही चलते रहेंगे। दरअसल इससे पहले भी बायजूस अपने हेडक्वार्टर को छोड़कर बाकी सभी ऑफिसों को बंद कर चुका है। अपने खर्च को कम करने के लिए कंपनी द्वारा सभी एम्प्लॉइज को घर से काम करने यानी वर्क फ्रॉम होम करने का निर्णय भी लिया जा चुका है।
बायजूस बोला ने बयान जारी किया:
दरअसल इसको लेकर कंपनी द्वारा एक बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि “हमें अपने टीचर्स के डेडिकेशन और अपने स्टूडेंट्स के परफॉर्मेंस पर बहुत गर्व है। क्वालिटी पर ध्यान देने से अधिकांश ट्यूशन सेंटर को मुनाफे में लाने में मदद मिल रही है। आने वाले सालों में 262 ट्यूशन सेंटर बेस्ट और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के इंटीग्रेट के साथ हाइब्रिड मॉडल में काम करते रहेंगे।”
कंपनी क्यों जूझ रही नकदी के संकट से?
दरअसल बायजूस के निवेशकों जिनमें प्रोसस एनवी, पीक एक्सवी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक और सोफिना एसए शामिल है, ने 225 मिलियन डॉलर यानी (करीब 1,862 करोड़ रुपए) के पोस्ट-मनी वैल्यूएशन पर 1,655 करोड़ रुपए जुटाने के कंपनी के फैसले का विरोध किया था। दरअसल बात की जाए इस फंड की तो यह फंड रेजिंग पिछले राउंड से 99% कम है। जानकारी के अनुसार 22 बिलियन डॉलर यानी करीब 1.82 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन पर पिछला फंडिंग राउंड हुआ था। दरअसल इसके बाद से ही कंपनी को वित्तीय संकट से गुजरना पड़ रहा है।
वहीं इस दौरान कंपनी के निवेशकों ने बायजूस पर अमेरिका में 533 मिलियन डॉलर यानी तकरीबन (4,411 करोड़ रुपए) की हेराफेरी का आरोप लगाया था। आरोप लगाते हुए 1,655 करोड़ रुपए के राइट्स इश्यू पर निवेशकों ने रोक लगाने की मांग भी की है। दरअसल निवेशकों ने इसे अवैध और कानून के विपरीत बताया है।