फायदे में किसान समझें कैसे टमाटर की बढ़ी कीमत तो ग्राहक परेशान
टमाटर की भारी मांग की वजह से अधिकतर व्यापारी हरियाणा के करनाल, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर जैसे जिले में डेरा डाले हुए हैं
जनता से रिश्ता वेबडेसक देश के अधिकतर हिस्सों में टमाटर के भाव 50 रुपये प्रति किलो के स्तर को पार कर चुके हैं। बढ़ती कीमतों ने आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। हालांकि, इस माहौल में किसानों को जबरदस्त फायदा हो रहा है।
किसानों को फायदा कैसे: दरअसल, भारी मांग की वजह से व्यापारी हरियाणा के करनाल, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर जिले के इलाकों में डेरा डाले हुए हैं। ये वो इलाके हैं जहां टमाटरकी शानदार फसल हुई है। यही वजह है कि व्यापारी सीधे किसानों तक पहुंचकर खरीदारी कर रहे हैं। इससे किसानों को कई फायदे मिल रहे रहे हैं। मसलन, परिवहन खर्च पर बचत है तो वहीं, व्यापारियों से सीधी डील हो जा रही है। अब तक किसानों को अपनी उपज दिल्ली, मुंबई, देहरादून, कोलकाता, चंडीगढ़ और जयपुर जैसे बड़े शहरों में ले जाना पड़ता था।
कितने रुपये का फायदा: किसानों को 25 किलो के कार्टन की कीमत 750 रुपये से 800 रुपये तक मिल रही है। यह पिछले साल के 150 रुपये से 200 रुपये के दाम से लगभग तीन गुना अधिक है। लगभग तीन साल के इंतजार के बाद किसानों के लिए यह एक अच्छा साल है
2 लाख रुपये तक फायदे की उम्मीद: टमाटर की तीन एकड़ जमीन वाले कुरुक्षेत्र जिले के लाडवा के एक किसान अजय कुमार ने कहा कि अगर कीमत और मांग अगले कुछ महीनों तक समान रहती है, तो किसानों को प्रति एकड़ 2 लाख रुपये से अधिक का लाभ होने की संभावना है।
टमाटर उगाने के लिए चार एकड़ किराए पर लेने वाले नसीब सिंह ने बताया कि पिछले दो वर्षों से हम इनपुट लागत हासिल करने में भी असमर्थ थे। हमें उपज को दिल्ली ले जाना पड़ता था क्योंकि हमारे क्षेत्र में कोई खरीदार नहीं था। इस साल पिछले दो वर्षों में हुए नुकसान की भरपाई करने में सक्षम होंगे।
यमुनानगर के एक व्यापारी मदन पाल ने कहा कि टमाटर की अच्छी मांग है। उन्होंने कहा कि व्यापारी हरियाणा से टमाटर दिल्ली की मंडियों के अलावा, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद और देहरादून सहित देश के विभिन्न शहरों में ले जा रहे हैं। हालांकि, किसान खराब उपज के बारे में भी शिकायत कर रहे हैं। भीषण गर्मी की वजह से उत्पादन प्रभावित हुई है।