2021 में इन स्टॉक्स में कमाई के शानदार मौके, टाटा ग्रुप के चेयरमैन ने दिए संकेत

टाटा संस के चेयरमैन N Chandrasekaran ने टाटा केमिकल्स एजीएम को संबोधित करते हुए कहा कि इस सेक्टर में डिमांड लौट आई है और चालू वित्त वर्ष में यह प्री-कोविड लेवल पर पहुंच जाएगी.

Update: 2021-07-03 07:19 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Tata Chemicals के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ( N Chandrasekaran) ने कहा कि केमिकल्स डिमांड में ग्लोबल और डोमेस्टिक स्तर पर तेजी देखी जा रही है. चालू वित्त वर्ष में केमिकल्स की डिमांड प्री-कोविड स्तर तक पहुंच जाएगी. कंपनी की 82वीं एनुअल जनरल मीटिंग में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा 2020 में कोरोना के कारण इसकी मांग में भारी गिरावट आई थी लेकिन अब तक काफी सुधार आ गया है.

उन्होंने कहा कि सिर्फ एशिया ही नहीं, ब्रिटेन, यूरोप और अमेरिकी बाजारों में भी मांग सुधरी है. इसके पूरे साल के दौरान जारी रहने की उम्मीद है. धीरे-धीरे रसायनों की मांग महामारी के पूर्व के स्तर पर पहुंच जाएगी. बता दें कि पिछले कुछ समय से केमिकल्स स्टॉक में तेजी आई है और पिछले एक साल में इसने अच्छा खास रिटर्न दिया है. टाटा केमिकल्स की ही बात करें तो पिछले एक सप्ताह में इसने 7.2 फीसदी, एक महीने में 8 फीसदी, इस साल अब तक 60 फीसदी और पिछले एक साल में 148 फीसदी का रिटर्न दिया है.
टाटा केमिकल्स का प्रदर्शन
टाटा केमिकल्स का शेयर इस सप्ताह 767.70 रुपए के स्तर पर बंद हुआ. 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर 833.95 रुपए है जबकि न्यूनतम स्तर 273 रुपए है. कंपनी का मार्केट कैप 19,557 करोड़ है. इस कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी 37.98 फीसदी है. पब्लिक के पास 27.20 फीसदी, डोमेस्टिक इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स के पास 20.81 फीसदी और FII के पास 14.03 फीसदी हिस्सेदारी है.
केमिकल सेक्टर का हाल
केमिकल सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी Coromandel International है. इसने एक साल में 21 फीसदी का रिटर्न दिया है. टाटा केमिकल्स दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. इसने 148 फीसदी का, Chambal Fert ने 100 फीसदी , Fert and Chem ने 181 फीसदी और GNFC ने 140 फीसदी का रिटर्न दिया है.
कंपनी के रेवेन्यू में 2 फीसदी की गिरावट
उन्होंने कहा कि यूएस सोडा एश (US soda ash ) की कीमतों में गिरावट की वजह से कंपनी का एकीकृत राजस्व दो फीसदी घटा है. इस मौके पर मौजूद टाटा केमिकल्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) आर मुकुंदन ने कहा कि रसायनों की मांग लौट रही है और इसके दाम भी सामान्य स्तर पर पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस साल की चौथी तिमाही तक मार्जिन भी सामान्य हो जाएगा.
नमक की बिक्री सबसे ज्यादा
मुकुंदन ने कहा कि मूल रसायन उद्योग में प्रमुख उपलब्धियों की बात करें, तो हमारी नमक की बिक्री सबसे ऊंची रही. भारत और ब्रिटेन के बीच हमने 15 लाख टन की बिक्री के आंकड़े को पार किया. उन्होंने कहा कि 1,80,000 टन की अतिरिक्त भंडारण क्षमता और 14 लाख टन की नमक क्षमता पटरी पर है और यह योजना के अनुरूप आगे बढ़ रही है.


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