खाने का तेल हो सकता है सस्ता, त्योहारों को देखते हुए दाम घटाने का फैसला
खाने का तेल सस्ता
इस त्योहारी सीजन में महंगाई से परेशान लोगों के लिए काफी अच्छी खबर है। इस त्योहारी सीजन में खाद्य तेल की थोक कीमतों में 3 से 5 रुपए प्रति किलोग्राम की कटौती देखने को मिल सकती है। पिछले कुछ दिनों में लगातार बढ़ती मंहगाई और खाद्य तल की बढ़ती हुई कीमतों के बीच सोमवार को उद्योग संगठन एसईए ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए खाद्य तेल की थोक कीमतों में 3 से 5 रुपए प्रति किलोग्राम की कटौती करने का फैसला किया है।
खाद्य तेल की कीमतों में और कमी नहीं आने के बीच उद्योग संगठन एसईए ने सोमवार को कहा कि, "उसके सदस्यों ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए इस त्योहारी सीजन के दौरान खाद्य तेलों की थोक कीमतों में 3 से 5 रुपये प्रति किलोग्राम की और कमी करने का फैसला किया है।"
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, सरकारी के प्रयासों के चलते 31 अक्टूबर को ताड़ के तेल की औसत खुदरा कीमतों में पहले ही 21.59 फीसद की कमी आई है, जो 1 अक्टूबर को 169.6 रुपये प्रति किलोग्राम थी। सोया तेल का औसत खुदरा मूल्य 155.65 रुपये प्रति किलोग्राम से मामूली रुप से घटकर 153 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, हालांकि, मूंगफली तेल, सरसों तेल और सूरजमुखी तेल की औसत खुदरा कीमत 31 अक्टूबर को क्रमश: 181.97 रुपये प्रति किलोग्राम, 184.99 रुपये प्रति किलोग्राम और 168 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही थी।
उपभोक्ताओं को और राहत देते हुए, सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने कहा, "एसईए की तरफ से दिवाली उत्सव को ध्यान में रखते हुए खाद्य तेलों की कीमतों में 3,000 रुपये से 5,000 रुपये प्रति टन की कमी करने का फैसला किया है।"
खाद्य तेल की कीमतों में कमी करने के लिए हाल के दिनों में सरकार ने काफी प्रयास किए हैं, जिसमें अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में आयात शुल्क में कमी भी शामिल है। शुल्क में कटौती के बाद, एसईए ने कहा कि 10 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच पाम ओलिन, रिफाइंड सोया और रिफाइंड सूरजमुखी की थोक कीमतों में 7 से 11 फीसद की कमी आई है।