31 जनवरी को आएगा 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण, अब अनंत नागेश्वरन संभालेंगे यह जिम्मेदारी
शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े और क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी एवं जूलियस बेयर ग्रुप के साथ काम कर चुके नागेश्वरन ने सीईए के तौर पर केवी सुब्रमण्यम का स्थान लिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आर्थिक सर्वेक्षण आने के सिर्फ तीन दिन पहले सरकार ने शुक्रवार को अर्थशास्त्री वी अनंत नागेश्वरन को मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) नियुक्त किया. शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े और क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी एवं जूलियस बेयर ग्रुप के साथ काम कर चुके नागेश्वरन ने सीईए के तौर पर केवी सुब्रमण्यम का स्थान लिया है.
आर्थिक सर्वेक्षण से तीन दिन पहले हुई नियुक्ति
सुब्रमण्यम ने तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद दिसंबर 2021 में सीईए का पद छोड़ दिया था. सरकार की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि नागेश्वरन ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण कर लिया. उनकी नियुक्ति वर्ष 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण आने से तीन दिन पहले हुई है.
31 जनवरी को पेश होगा आर्थिक सर्वेक्षण
आर्थिक सर्वेक्षण में अगले वित्त वर्ष के लिए लगभग 9 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान रखे जाने की संभावना है क्योंकि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था महामारी से उबरने के संकेत दे रही है. आर्थिक सर्वेक्षण 31 जनवरी को संसद में पेश किया जाना है.
वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया कि सीईए के रूप में नियुक्ति से पहले नागेश्वरन एक लेखक, शिक्षक और सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं. वह वर्ष 2019 से वर्ष 2021 तक प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अंशकालिक सदस्य भी रहे हैं. इसके अलावा, उन्होंने भारत और सिंगापुर में कई बिजनेस स्कूलों और प्रबंधन संस्थानों में पढ़ाया है और बड़े पैमाने पर उनके लेख प्रकाशित किये गये है.
नागेश्वरन के पास भारतीय प्रबंध संस्थान, अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नातकोत्तर (एमबीए) की डिग्री है. उन्होंने विनिमय दरों के अनुभवजन्य व्यवहार पर अपने काम के लिए 1994 में मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की थी. वह आईएफएमआर ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन भी रह चुके हैं.