महंगाई के बढ़ते दामों के चलते ,सरकार बेचेगी 6 सितंबर से सस्ती प्याज ,जाने
आने वाले दिनों में प्याज की कीमत आम आदमी को रुला सकती है. ऐसे में महंगे प्याज का बोझ कम करने के लिए सरकार पूरी तैयारी में जुट गई है. दिल्ली एनसीआर समेत कई शहरों में NAFED और NCCF मोबाइल वैन के जरिए कम पैसे में प्याज बेचने की तैयारी में हैं. उपभोक्ता मामलों के राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के निर्देश पर 6 सितंबर 2023 को एनसीसीएफ की मोबाइल वैन के जरिए खुदरा बाजार में ग्राहकों को 25 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज बेचा जाएगा.
प्याज की कीमतों पर नियंत्रण के लिए सरकार ने उठाए कदम
प्याज की कीमतों में वृद्धि को रोकने के लिए सरकार के थोक बफर स्टॉक से 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 36,250 टन प्याज जारी किया गया है। थोक और खुदरा बाजारों में बफर स्टॉक से ब्याज बेचने का काम NAFED और NCCF को दिया गया है। बफर स्टॉक बढ़ाने के लिए दोनों एजेंसियों से किसानों से 3 से 5 लाख टन अतिरिक्त प्याज खरीदने का अनुरोध किया गया है.
थोक और खुदरा बाज़ारों में स्टॉक जारी
उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि थोक और खुदरा बाजारों में प्याज का बफर स्टॉक जारी करके सरकार प्याज की कीमतों में किसी भी तरह की वृद्धि को रोकने की कोशिश करेगी। 11 अगस्त के बाद से दिल्ली, आंध्र प्रदेश, असम, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, चंडीगढ़ और केरल सहित 12 राज्यों में थोक बाजार में 35,250 टन प्याज उपलब्ध कराया गया है।
प्याज के लिए मोबाइल वैन
सरकार खुदरा बाजार में 25 रुपये की रियायती दर पर प्याज बेच रही है। बफर स्टॉक से प्याज की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है. तैयारी के मुताबिक आने वाले दिनों में मोबाइल वैन के जरिए और ज्यादा प्याज बेचा जाएगा. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 4 सितंबर 2023 को खुदरा बाजार में प्याज की औसत कीमत 33.41 रुपये प्रति किलो थी, जो एक साल पहले की तुलना में 37 फीसदी ज्यादा महंगी है. एक साल पहले प्याज की कीमत 24.37 रुपये प्रति किलो थी. दिल्ली में प्याज की कीमत 37 रुपये और कोलकाता में 39 रुपये प्रति किलो है.