आईएफसी कोड का गलती से भी न करें इस्तेमाल, फेल हो सकता है ट्रांजेक्शन

सरकारी बैंकों के प्राइवेटाइजेशन समेत उनका मर्जर जारी है

Update: 2021-04-30 07:13 GMT

सरकारी बैंकों के प्राइवेटाइजेशन समेत उनका मर्जर जारी है. इसके चलते अब पुराने बैंक की सर्विसेज बदल गई हैं, लेकिन आज भी बहुत से ग्राहक ऐसे हैं जिन्होंने अपने पुराने बैंक के आईएफसी कोड (IFSC Code) नहीं बदलवाए हैं. अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो तुरंत इसे सही करा ​लीजिए. क्योंकि पुराने बैंक के आईएफसी कोड का इस्तेमाल करने से ट्रांजेक्शन फेल हो सकता है.

इस सिलसिले में एक्सिस बैंक ने एक नोटिस जारी कर कहा, "एक्सिस बैंक ने आरबीआई के अनुसार ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ORBC) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UTBI) के IFSC को निष्क्रिय कर दिया है. इन बैंकों के पुराने IFSC कोड से कोई भी लेन-देन न करें. ये अस्वीकार कर दिए जाएंगे. कृपया ऑनलाइन चैनलों में IFSC या डे-रजिस्टर लाभार्थियों को बदलें.
मालूम हो कि पिछले कुछ समय पहले कई बैंकों को मर्ज किया गया था. इनमें
ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, आंध्रा बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक और इलाहाबाद बैंक आदि शामिल थे. अगर आप इन बैंकों के ग्राहक रह चुके हैं तो अब नए IFSC कोड का उपयोग करना शुरू कर दें, वरना लेन—देन फेल हो सकते हैं.
1 अप्रैल से बंद किए गए पुराने कोड
बता दें कि बैंकों के विलय की प्रक्रिया अप्रैल 2020 में लागू हुई थी. इसके तहत नए IFSC और MICR कोड जारी किए गए हैं. आरबीआई गाइडलाइन के अनुसार 1 अप्रैल, 2021 से सभी पुराने बैंकों के आईएफसी कोड बंद कर दिए गए हैं. इनसे लेन—देन संभव नहीं है.
10 बैंकों के विलय की घोषणा की थी
भारत सरकार ने एक बड़े पैमाने पर समामेलन योजना के हिस्से के रूप में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ​के विलय का प्लान बनाया था. साल 2019 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को चार मेगा राज्य के स्वामित्व वाले बैंकों में विलय की घोषणा की थी.


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