गलती से न करें Click वरना फेसबुक अकाउंट हो जाएगा हैक, बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके
हैकर जिन तरीके से लोगों का फेसबुक अकाउंट हैक कर रहे हैं, उसमे सिर्फ लिंक पर click करने से ही अकाउंट हैक हो जाता है. भारत में साइबर क्राइम के ग्राफ की बात करें तो यहां इंटरनेट यूज करने वाला हर 3 में 1 व्यक्ति साइबर अपराधियों के हाथों ठगी का शिकार हो चुका है, जोकि पूरे विश्व मे सबसे जयादा है.
हैकर जिन तरीके से लोगों का फेसबुक अकाउंट हैक कर रहे हैं, उसमे सिर्फ लिंक पर click करने से ही अकाउंट हैक हो जाता है. भारत में साइबर क्राइम के ग्राफ की बात करें तो यहां इंटरनेट यूज करने वाला हर 3 में 1 व्यक्ति साइबर अपराधियों के हाथों ठगी का शिकार हो चुका है, जोकि पूरे विश्व मे सबसे जयादा है. साइबर अपराधी हमेशा लोगों को ठगने का नया नया तरीका निकलते रहते हैं. कभी फर्जी शॉपिंग वेबसाइट (Fake Shopping Website) का विज्ञापन दिखा कर तो कभी Spoof Call या कभी Spoof Email के जरिए.
Phising link का इस्तेमाल
साइबर अपराधियों (cyber criminals) ने अब क्राइम करने का नया तरीका ढूंढा है. ये लोग बस एक लिंक के जरिए फेसबुक अकाउंट को हैक कर लेते हैं. इतना ही नहीं ये अकाउंट हैक करके दोस्तों से महज पैसे ही नहीं मांग रहे बल्कि उनके अकाउंट हैक करने के लिए Phising link भेज रहे हैं. इस लिंक पर क्लिक करते ही फेसबुक अकाउंट हैकर के control में आ जाता है.
इस तरह मांगते हैं पैसे
नोएडा के रहने वाले सौरभ सिंह भी साउबर क्राइम के पीड़ित (cyber crime victims) हैं. इनके मेल पर फेसबुक पासवर्ड को रिसेट करने का लिंक आया था. सौरभ ने लिंक पर क्लिक किया तो दूसरी विंडो खुल गई और सौरभ को समझ नही आया क्या हुआ. उनको अंदाजा भी नही था कि यह PHISING LINK है, जिसका मकसद फेसबुक अकाउंट को हैक करना है. लिंक को ओपन करने के बाद ना ही उन्होंने USERNAME लिखा था और ना ही पासवर्ड. कुछ ही घंटों में उनके पास दोस्तों के काल आने लगते हैं कि उनकी मां कहां भर्ती है और उन्हें कितने रुपये की जरूरत है. ऐसे में सौरभ घबराकर तुरंत मां को कॉल करके हालचाल पूछते हैं, पता चलता है कि सबकुछ ठीक है.
लिंक क्लिक करते ही खुलती है दूसरी विंडो
ऐसे ही एक पीड़ित अभिजीत अश्विनी हैं. उनके पास मेसेंजर पर दोस्त का एक मैसेज आता है. इसमें एक लिंक होता है. लिंक पर क्लिक करते ही फेसबुक की विंडो खुल जाती है. अभिजीत को लगता है कि शायद इंटेरनेट स्लो है तभी ऐसा हो रहा है. कुछ ही देर बाद उनके फेसबुक अकाउंट का पासवर्ड, मोबाइल नंबर और ईमेल बदल जाते हैं और 3 दिन तक उनका अकाउंट हैकरों के कब्जे में रहता है.
भारतीय ठगी का सबसे ज्यादा शिकार
Microsoft द्वारा वर्ष 2021 में किये गए सर्वे में सामने आया था कि इंटरनेट का उपयोग करने वाला हर 3 में 1 भारतीय साइबर अपराधियों के हाथों ठगी का शिकार हो चुका है. Microsoft के सर्वे के मुताबिक, जहां इंटरनेट पर ठगी के शिकार लोगों की वैश्विक दर 7% है, भारतीयों की सबसे ज्यादा 31%, दूसरे स्थान पर अमेरिका (America) जहाँ 10 % इंटेरनेट का उपयोग करने वाले लोग ठगी का शिकार हुए हैं, तीसरे पर 9% के साथ मैक्सिको (Mexico), चौथे पर 9% के साथ ऑस्ट्रेलिया (Australia) और पांचवे पर 7% के साथ ब्राजील (Brazil) है.
बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके
1- किसी भी लिंक को खोलते समय जरूर देखें कि यह https Hyperlink है या नहीं है. http Hyperlink वाली किसी भी वेबसाइट को गलती से भी ना ओपन करें.
2- अगर आप इंटरनेट क्रोम सॉफ्टवेयर पर चलाते हैं तो उसे Update जरूर कर लें, क्योंकि इसके नए वर्जन में Security Patch Update कर दिया गया है, जो आपको Session Highjacking से बचाएगा.
3- अगर आपका कोई दोस्त आपको फेसबुक पर पैसे के लिए मेसेज करता है तो रुपये देने से पहले उसे कॉल जरूर करें.
4- अपने लैपटॉप या डेस्कटॉप में एंटी वायरस (anti virus) सॉफ्टवेयर जरूर इंस्टाल करें, क्योंकि यह आपको ऐसे Phising link से सावधान करेगा.