फीचर फोन से भी जल्द हो पाएगा डिजिटल लेनदेन, जानें कैसे करेगी काम
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी रेगुलेटरी सैंडबॉक्स इनिशिएटिव के तहत
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: नोएडा,भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी रेगुलेटरी सैंडबॉक्स इनिशिएटिव के तहत पहले चरण में Eroute Technologies के रिटेल भुगतान सेवा की टेस्टिंग को अपनी संस्तुति दे दी है। इसके बाद फीचर या नॉन-स्मार्ट फोन के जरिए भी डिजिटल लेनदेन का सपना हकीकत का रूप ले सकता है। जबकि इससे पहले यह धारणा थी कि डिजिटल लेनदेन केवल इंटरनेट से कनेक्टेड स्मार्टफोन के जरिए संभव है। इस वजह से डिजिटल लेनदेन के लिए लोग अब तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते आए हैं। हालांकि, Eroute Technologies का परीक्षण सफल रहा तो देश का किसी भी तरह का मोबाइल यूजर डिजिटल ट्रांजैक्शन कर पाएगा।
यह सर्विस सिम टूल किट (STK) पर आधारित है। इससे यूपीआई, पैसे हस्तांतरित करने, मर्चेंट और बिल पेमेंट में मदद मिलेगी। इस प्रोडक्ट से फीचर फोन सहित अन्य नॉन-इंटरनेट कनेक्टेड फोन यूजर्स को पेमेंट सॉल्यूशन उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि देश में फीचर फोन यूजर करने वाले लोगों की तादाद भी करोड़ों में है।
Eroute Technologies डिजिटल पेमेंट कार्ड कंपनी है, जिसकी स्थापना बैंकिंग और भुगतान क्षेत्र से जुड़े दिग्गजों ने की है। इस कंपनी का लक्ष्य लोगों को सरल, सुरक्षित और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने का है।
रेगुलेटरी सैंडबॉक्स एक संरक्षित व्यवस्था है, जिसके तहत चुनिंदा कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को टेस्ट करती हैं और ऑपरेट करती हैं। इस सिस्टम के तहत कंपनियों को डमी डेटा के साथ डील करते हुए अपनी तैयारियों को दिखाना होगा। संरक्षित व्यवस्था के तहत सफलता हासिल करने के बाद सिस्टम्स को लाइव इंवायरन्मेंट में वास्तविक बैंकों और कंज्यूमर डेटा के साथ परीक्षण की इजाजत दी जाएगी।
पहले चरण के लिए आरबीआई ने नवंबर, 2019 में आवेदन मंगाए थे। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि कोविड-19 महामारी की वजह से कार्यक्रम के क्रियान्वयन और फाइनलिस्टों के चुनाव में विलंब हुआ।
केंद्रीय बैंक ऑफलाइन पेमेंट्स, फीचर फोन आधारित भुगतान और कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन जैसे तीन सेक्टर्स में नवाचार को चिह्नित करने के लिए इस कार्यक्रम का संचालन कर रहा है।