कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर किया फैसला, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 30 अप्रैल तक लगी रोक
एविएशन रेगुलेटर ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के निलंबन को 30 अप्रैल 2021 तक और बढ़ा दिया गया है
एविएशन रेगुलेटर ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के निलंबन को 30 अप्रैल 2021 तक और बढ़ा दिया गया है. हालांकि, मामले के आधार पर सक्षम प्राधिकारी द्वारा चयनित मार्गों पर अंतर्राष्ट्रीय अनुसूचित उड़ानों की अनुमति दी जा सकती है. नागरिक उड्डयन महानिदेशक कार्यालय ने इस बात की जानकारी दी.
अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं पर रोक को आगे बढ़ा दिया गया है. अब इंटरनेशनल फ्लाइट्स 30 अप्रैल 2021 तक बंद रहेंगी. इससे पहले अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध की अवधि को बढ़ाकर 31 मार्च 2021 किया गया था. कोरोना महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन पिछले साल 23 मार्च से निलंबित है.
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन के कारण 25 मार्च को यात्री हवाई सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद घरेलू उड़ान सेवाएं 25 मई से फिर से शुरू हो गई थीं. मई से वंदे भारत मिशन (Vande bharat mission) और जुलाई से चुनिंदा देशों के साथ किए गए विशेष समझौतों के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन किया जा रहा है.
एयर बबल में कुछ उड़ानें जारी
भारत की शिड्यूल्ड अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कोरोना महामारी के कारण 23 मार्च के बाद से निलंबित है, लेकिन मई से विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें वंदे भारत मिशन के तहत उड़ रही हैं. इनके अलावा जुलाई से चुनिंदा देशों के साथ एयर बबल समझौते के तहत भी उड़ानों को ऑपरेट किया जा रहा है.
क्या है एयर बबल पैक्ट
इस समझौते के तहत भारत ने यात्री उड़ानों के ऑपरेशन के लिए खास समझौता किया है. इसे एयर बबल नाम दिया गया है. इसके जरिए संबंधित देशों के बीच उनकी एयर लाइनें उड़ानों का संचालन कर सकती हैं.