बीजिंग,(आईएएनएस)| चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम ने 6 जी तकनीक के पहले रीयल-टाइम वायरलेस ट्रांसमिशन के साथ अल्ट्रा हाई-स्पीड संचार हासिल किया है। मीडिया रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी गई है।
साउथ चाइना मॉनिर्ंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड इंडस्ट्री कॉरपोरेशन सेकेंड इंस्टीट्यूट की शोध टीम ने टेराहट्र्ज ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया।
टेराहट्र्ज इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम में 100 गीगाहट्र्ज और 10 टीएचजेड के बीच फ्रिक्वेंसी रेंज को संदर्भित करता है।
प्रयोग में, टीम ने 110 गीगाहट्र्ज की फ्रिक्वेंसी पर चार अलग-अलग बीम पैटर्न जेनरेट करने के लिए एक विशेष एंटीना का उपयोग किया।
उन पैटर्नों के साथ, उन्होंने 10 गीगाहट्र्ज बैंडविड्थ पर प्रति सेकंड 100 गीगाबिट्स की स्पीड से रीयल-टाइम वायरलेस ट्रांसमिशन प्राप्त किया, जिससे बैंडविड्थ उपयोग की दक्षता में काफी वृद्धि हुई।
रिपोर्ट में कहा गया, "भविष्य में, इस तकनीक को शॉर्ट-रेंज के ब्रॉडबैंड ट्रांसमिशन क्षेत्रों में भी लागू किया जा सकता है, चंद्र और मंगल लैंडर्स, अंतरिक्ष यान और स्वयं अंतरिक्ष यान के बीच उच्च गति संचार का समर्थन करता है।"
इसकी हायर फ्रिक्वेंसी के कारण, टेराहट्र्ज संचार अधिक जानकारी ले सकता है और तेजी से डेटा अंतरण दरों की अनुमति देता है। इसने 6जी संचार, हाई-स्पीड इंटरनेट और सुरक्षित संचार जैसे जटिल सैन्य वातावरण में अपनी क्षमता के लिए महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है।
5जी की तुलना में भविष्य में, 6जी का उपयोग कर चरम संचार गति प्रति सेकंड एक टेराबिट तक पहुंचने की उम्मीद है।
--आईएएनएस