चीन की फिर खुली पोल! इस चीनी कंपनी के 5G और 4G नेटवर्क पर प्रतिबंध लगा, ये रही वजह
चीन की टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर दुनिया सतर्क हो गई है। दअसल पिछले कई वर्षों से चीन पर आरोप लगते रहे हैं, कि चीन अपने देश की टेक कंपनियों की मदद से दुनियाभर में जासूसी का काम कर रहा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चीन की टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर दुनिया सतर्क हो गई है। दअसल पिछले कई वर्षों से चीन पर आरोप लगते रहे हैं, कि चीन अपने देश की टेक कंपनियों की मदद से दुनियाभर में जासूसी का काम कर रहा है। यही वजह है कि दुनिया के सभी देश एक के बाद चीन बेस्ड कंपनियों का प्रतिबंध लगा रहे हैं। इस कड़ी अब कनाडा का नाम जुड़ गया है।
कनाड़ा ने हुआवे पर लगाया प्रतिबंध
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की सरकार ने चीन की हुआवै टेक्नोलॉजीस (Huawei Technologies) पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में हुआवे कंपनी कनाडा में नेक्स्ड जनरेसन मोबाइल नेटवर्क 4G और 5G को इंस्टॉल नहीं कर पाएगी। साधारण शब्दों में कहें, को कनाड़ा में 4G और 5G नेटवर्क में हुआवे कंपनी के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। बता दें कि दुनियाभर में 5G नेटवर्क को रोलआउट किया जा रहा है, जो फास्ट इंटरनेट स्पीड मुहैया कराने का काम करता है।
चीनी कंपनी पर लग रहा जासूसी का आरोप
बता दें कि अमेरिका लंबे वक्त से दुनियाभर के देशों को चीनी कंपनी हुआवे की 5G टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर आगाह करता रहा है। साथ ही सहयोगी देश कनाड़ा पर हुआवे कंपनी को बैन करने का दबाव डालता रहा है। इसी कड़ी में कनाड़ा की ट्रुडो सरकार पर हुआवे को देश के 5G इंफ्रास्क्चर के डेवलपमेंट से दूर करने का दबाव डाला गया। कनाडा सरकार का कहना है कि 5G इंफ्रास्ट्रक्चर में हुआवे की एंट्री से बीजिंग के लिए कनाडाई लोगों की जासूसी करना और आसान हो जाएगा।कनाडाई मंत्री मार्को मेंडिसिनो के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को सरकार के इस फैसले की जानकारी दी। बता दें कि हुआवे फोन और इंटरनेट कंपनियों के लिए नेटवर्क उपकरणों आपूर्ति करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है।