नई दिल्ली: भारत दुनिया के टॉप-5 कार मैन्युफैक्चरर और कार मार्केट में से एक है. लेकिन क्या आपको पता है कि देश के किस राज्य में कितने परिवारों के पास कार है और कहां लोग सबसे ज्यादा बे-कार हैं. तो चलिए हम आपको बता देते हैं कि गोवा में जहां लगभग हर दूसरे घर में कार है, तो वहीं बिहार में सबसे कम घरों में कार है.
इंडिया इन पिक्सल्स (IIP) ने नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 (2019-21) के आंकड़ों के आधार पर ये दिलचस्प जानकारी दी है. इसमें हर राज्य के कितने घरों में कार है, ये बताया गया है.
गोवा से बिहार, ये है कार का चमत्कार
देश के सबसे छोटे राज्यों में से एक गोवा में 45.2% घरों में कार है. ये इंडिया में किसी राज्य का सबसे ऊंचा लेवल है. वहीं बिहार के सिर्फ 2% घरों में ही कार है.
ये हैं टॉप-5 राज्य
इस लिस्ट में अगर टॉप-5 राज्यों को देखा जाए तो दूसरे नंबर पर केरल है जहां 24.2% परिवारों (Household) के पास कार है. जबकि जम्मू-कश्मीर में 23.7%, हिमाचल में 22.1% और पंजाब में 21.9% परिवारों के पास कार है.
बॉटम-5 में इनकी जगह
वहीं अगर इस लिस्ट में बॉटम-5 राज्यों को देखा जाए, तो बिहार से ज्यादा ओडिशा के 2.7% परिवारों में, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के 2.8%, झारखंड के 4.1% और छत्तीसगढ़ के 4.3% परिवारों के पास ही कार है.
दिल्ली में कार 20% घरों में भी नहीं
दिल्ली का कार मार्केट भारत के सबसे बड़े बाजारों में से एक है. यहां हर साल लाखों कारों की बिक्री होती है. इसके बावजूद दिल्ली के महज 19.4% परिवारों के पास ही कार है. वहीं हरियाणा में ये आंकड़ा 15.3%, उत्तराखंड में 12.7%, गुजरात में 10.9%, कर्नाटक में 9.1%, महाराष्ट्र में 8.7%, राजस्थान में 8.2%, तमिलनाडु में 6.5%, उत्तर प्रदेश में 5.5%, मध्य प्रदेश में 5.3% और तेलंगाना में 5.2% है.
पूर्वोत्तर के राज्यों में स्थिति बढ़िया
इस मामले में पूर्वोत्तर के राज्यों की स्थिति बहुत अच्छी है. यहां सबसे ज्यादा कार नागालैंड के 21.3% घरों में है. इसके बाद सिक्किम के 20.9%, अरुणाचल प्रदेश के 19.3%, मणिपुर के 17%, मिजोरम के 15.5%, मेघालय के12.9%, असम के 8.1% और त्रिपुरा के 4.6% घरों में कार है.
भारत के कुल 7.5% घरों में कार है. जबकि 2018 में महज 6% घरों में ही कार थी.