Business : लिस्टिंग पर 77% का भारी लाभ, पहले दिन निवेशक मालामाल हुए, शेयर 1,400 से ऊपर पहुंचा

डोम्स इंडस्ट्रीज का आईपीओ आज बुधवार को शेयर बाजार पर लिस्ट हो गया। कंपनी के शेयर अच्छे भाव पर हैं। डोम्स इंडस्ट्रीज के शेयर बीएसई पर 77.22% के प्रीमियम पर 1,400 रुपये पर और एनएसई पर 77.22% के प्रीमियम पर 1,400 रुपये पर सूचीबद्ध हुए। इसका मतलब यह है कि जिन निवेशकों को ये शेयर …

Update: 2023-12-20 01:00 GMT

डोम्स इंडस्ट्रीज का आईपीओ आज बुधवार को शेयर बाजार पर लिस्ट हो गया। कंपनी के शेयर अच्छे भाव पर हैं। डोम्स इंडस्ट्रीज के शेयर बीएसई पर 77.22% के प्रीमियम पर 1,400 रुपये पर और एनएसई पर 77.22% के प्रीमियम पर 1,400 रुपये पर सूचीबद्ध हुए। इसका मतलब यह है कि जिन निवेशकों को ये शेयर आवंटित किए गए थे, उन्होंने पहले दिन भारी मुनाफा कमाया।

निवेशकों से मिली थी शानदार प्रतिक्रिया
DOMS इंडस्ट्रीज IPO बुधवार 13 दिसंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और शुक्रवार 15 दिसंबर को बंद हुआ था। DOMS IPO को निवेशकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली और तीसरे दिन के अंत में इसे 93.52 गुना सब्सक्राइब किया गया था। आपको बता दें कि डोम्स इंडस्ट्रीज आईपीओ में सार्वजनिक निर्गम में कम से कम 75% शेयर योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व थे। 15% तक गैर संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के लिए और 10% तक ऑफर रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व थे। कर्मचारी आरक्षण हिस्से में बोली लगाने वाले पात्र कर्मचारियों को प्रति इक्विटी शेयर ₹75 की छूट की पेशकश की जा रही थी।

कंपनी के बारे में
DOMS प्रमुख ब्रांड- "DOMS" के तहत विभिन्न प्रकार के स्टेशनरी और आर्ट प्रोडक्ट्स का डिज़ाइन, विकास, प्रोडक्शन और मार्केटिंग करता है। टेक्नोपैक रिपोर्ट के अनुसार, DOMS इंडस्ट्रीज ब्रांडेड "स्टेशनरी और आर्ट" प्रोडक्ट्स के लिए भारतीय बाजार में दूसरी सबसे बड़ी प्लेयर है, जिसके पास वित्त वर्ष 2023 तक वैल्यू के हिसाब से लगभग 12% की बाजार हिस्सेदारी है। कंपनी के प्रमोटर संतोष रसिकलाल रवेशिया, संजय मनसुखलाल राजानी, केतन मनसुखलाल राजानी, चांदनी विजय सोमैया और FILA हैं।

तेजी से बढ़ रहा कारोबार
टेक्नोपैक रिपोर्ट के अनुसार स्कूल (शैक्षणिक) स्टेशनरी उत्पादों का वैश्विक बाजार CY 22 में 61 बिलियन अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान है। CY 27 तक बाजार लगभग 68 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। स्टेशनरी और कला आपूर्ति के लिए भारतीय बाजार पिछले कुछ सालों में लगातार बढ़ा है और वित्तीय वर्ष 23 तक इसका अनुमानित मूल्य ₹38,500 करोड़ था।

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