BSNL भारत संचार निगम लिमिटेड ने हाल ही में चंडीगढ़ में पायरो होल्डिंग के साथ मिलकर 4G और 5G के लिए ओवर-द-एयर (OTA) और यूनिवर्सल सिम (USIM) प्लेटफॉर्म पेश किया है। सरकारी दूरसंचार ऑपरेटर ने यह भी खुलासा किया कि उसने त्रिची में एक आपदा रिकवरी साइट स्थापित की है। बीएसएनएल ओटीए और यूएसआईएम प्लेटफॉर्म जल्द ही यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा। बीएसएनएल ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा, "नया 4जी और 5जी संगत प्लेटफॉर्म देश भर के सभी बीएसएनएल ग्राहकों की सेवा के लिए बनाया गया है, जो बेजोड़ कनेक्टिविटी और सेवा गुणवत्ता प्रदान करता है।" बयान में कहा गया है, "इस प्लेटफॉर्म की शुरुआत बीएसएनएल के 4जी और 5जी के लिए चल रहे नेटवर्क अपग्रेड के साथ हुई है, जो कंपनी को दूरसंचार नवाचार के मामले में सबसे आगे रखता है। यह मील का पत्थर डिजिटल डिवाइड को पाटने और ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में नागरिकों को सशक्त बनाने के बीएसएनएल के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्नत दूरसंचार सेवाओं तक समान पहुंच सुनिश्चित होती है।"
कंपनी ने भारत के विभिन्न हिस्सों में धीरे-धीरे 4G नेटवर्क शुरू करना शुरू कर दिया है। दूरसंचार ऑपरेटर ने 4G और 5G में नेटवर्क अपग्रेड की घोषणा करके देश में हलचल मचा दी है। बीएसएनएल मोबाइल ग्राहकों को अब ओवर-द-एयर (ओटीए) और यूनिवर्सल सिम (यूएसआईएम) प्लेटफॉर्म के साथ अपने मोबाइल नंबर चुनने का मौका मिलेगा। वे भौगोलिक प्रतिबंधों की चिंता किए बिना सिम बदलने में भी सक्षम होंगे। बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक रवि ए रॉबर्ट जेरार्ड ने इसकी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि नया OTA और USIM प्लैटफ़ॉर्म भौगोलिक प्रतिबंधों के बिना सिम बदलना आसान बना देगा। यह सिम प्रोफ़ाइल को संशोधित करने और सिम कार्ड पर रिमोट फ़ाइल प्रबंधन में मदद करेगा। इसका मतलब है कि आप देश में कहीं भी सिम कार्ड स्वैप कर सकते हैं। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि बीएसएनएल अक्टूबर के अंत तक 4जी सेवाओं के लिए 80,000 टावर स्थापित करेगी और शेष 21,000 टावर मार्च 2025 तक स्थापित कर दिए जाएंगे।
कंपनी ने स्वदेशी रूप से विकसित नेटवर्क उपकरणों पर पंजाब सहित चुनिंदा स्थानों पर 4जी सेवाएं शुरू की हैं।